कालू (श्रेयांस)। कालू में विराजित आचार्य श्री महाश्रमण की विदुषी साध्वी उज्जवल रेखा के सानिध्य में सुदीर्घजीवी शाशन श्री साध्वी बिदामां जी (पींपली) का शताब्दी समारोह मनाया गया जिसका शुभारंभ महिला मंडल के मंगलाचरण व अनेक जगहों से संतो के द्वारा भेजे गए सन्देश के वाचन से आरंभ हुवा । मुख्य वक्ता तेरापंथ विकास परिषद के सदस्य पदम् चंद पटावरी ने कहा जैन समाज के तेरापंथ धर्म संघ के 258 सालों के इतिहास में ऐसा पहला वाकया उद्घाटित हुवा है सेवड़ी गांव में वियोग और वैराग्य का जागरण विक्रम संवत 1998 से समाधिस्त है जो व्यक्ति पवित्र होता है वो दीर्घ जीवी होता है शतायु होता है सतत स्वाध्याय करते रहना जिनकी जीवन शैली है मधुर वाणी जिनकी भाषा है ये संकल्प की धनी है ।
उन्होंने कहा कि जन्म वर्ष को मनाए तो ऐसे नही की पिछले से प्रेरणा लेकर आगे के वर्ष को अच्छा बनाये क्योकि जीवन मे एक वर्ष कम हो जाता है ।संस्क्रति व संस्कारों पर हो रहे हमलों से आगाह करते हुए पटावरी ने कहा कि जो अपसँस्कृति हावी हो रही है संस्कारों का चीरहरण हो रहा है वो गलत है अर्थ का अनर्थ न हों शिक्षा के क्षेत्र में जबरदस्त बदलाव हुवा है विनम्रता का भाव क्यों घट रहा है ये गलत हो रहा है ।उन्होंने कहा कंचन और कामिनी का प्रवेश साधु में हो गया है जो बंटाधार करवाने वाला है ऐसी परिस्थितियां हो रही है ये चिंतनीय है । समारोह को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष विमल कटारिया ने कहा कि आध्यात्मिक जगत में आपका नाम चमकता रहेगा कि आपने द्वि शताब्दी में प्रवेश किया है जो धर्म संघ के इतिहास में अनूठा है संयम यात्रा को आगे बढ़ाते हुए नव आयाम लिखते जाएंगे उन्होंने कहा कालू गांव नही कालू धाम है ।
समर्पण से प्रेरणा लेकर बड़े बुजुर्गों की सेवा करें । इस दौरान देश के अनेक जगहों से समाज के श्रावक श्राविका समागत रहे । कार्यक्रम में सीओ दुर्गपाल सिंह राजपुरोहित , उद्योग विभाग के महाप्रबन्धक आर के सेठिया , एस एच ओ परमेश्वर सुथार , डॉक्टर अमोलक गोलछा, तेरापंथी सभा विमल दुग्गड़ , तेयुप अध्य्क्ष सुमित सांड,मंत्री अंकुर नाहटा , शभा के सह मंत्री भटमल सोलंकी, महिला मंडल अध्य्क्ष रंजू सिंघी , मांगीलाल पुगलिया , बजंरंग सांड, नगराज बोरड़ , झंवरी लाल बोथरा ,हनुमान सांड ,अशोक नाहटा , प्रकाश नाहटा , रतनलाल बांठिया, श्रेयांस बैद सहित राष्ट्रीय संस्थाओं से जुड़े पदाधिकारी व जैन ,जैनेतर समाज के गणमान्य लोग उपस्थित थे।इस दौरान लूणकरणसर से महिला मंडल व कन्या मंडल ने अपनी प्रस्तुति दी ।(PB)