300 स्क्रीन पर होगा लाइव प्रसारण

जयपुर। जयपुर के अल्बर्ट हॉल में आज को होने वाले सीएम और डीप्टी सीएम के शपथग्रहण समारोह का आयोजन ना केवल एक भव्य समारोह के रूप में किये जाने की तैयारी हो गयी है बल्कि कांग्रेस का अब तक का ये सबसे हाईटेक समारोह भी साबित होगा। कांग्रेस ने इस समारोह के जरिए जहां राजनैतिक संदेश देने की तैयारी की है। वहीं इस समारोह को हाईटेक कर संपूर्ण प्रदेश में भी आम जनता के बीच पहुंच बनाने की तैयारी की है।  कांग्रेस ने सीएम बन रहे अशोक गहलोत और डिप्टी सीएम बन रहे सचिन पायलट के शपथग्रहण समारोह को प्रदेशभर में सीधा प्रसारण करेगी। करीब 300 से भी अधिक बड़ी स्क्रीन पर इस समारोह का सीधा प्रसारण किया जायेगा। सभी जिला मुख्यालयों पर सीधे प्रसारण की जिम्मेदारी जिलाध्यक्षों को सौपी गयी है। यही नहीं कई तहसील और संभाग मुख्यालयों के साथ साथ गांवो में भी इस समारोह का सीधा प्रसारण किया जायेगा।

कांग्रेस इस समारोह के जरिए जहां राष्ट्रीय स्तर पर विपक्ष की एकजूटता का संदेश देने में जुटी है। वहीं राजस्थान का आईटी विभाग भी इस समारोह को हाईटेक कर लोकसभा के लिए अपनी तैयारी साबित करेगा। समारोह का 300 स्क्रीन के साथ सैकड़ो फेसबुक आईडी, ट्वीटर, यूट्यूब सहित अलग अलग माध्यमो से भी लाइव प्रसारण किया जायेगा। राजस्थान कांग्रेस ने इसके लिए आईटी विभाग को खास जिम्मेदारी सौपी है। यही नहीं इस कार्य के लिए करीब 500 से ज्यादा आईटी प्रकोष्ट के पदाधिकारी और कार्यकर्ता जुटे है।  सीएम और डीप्टी सीएम के शपथग्रहण समारोह को कांग्रेस इस तरह से पेश करना चाहती है कि इससे लोकसभा चुनाव के लिए अभी से माहौल बनाया जा सके। अब तक कांग्रेस तकनीकी तौर पर भाजपा से पिछड़ती रही है लेकिन इस समारोह के जरिए वो अपनी इस ताकत को भी आजमायेगी।


यह दिग्गज समारोह की गरिमा बढ़ायेंगे

गैर भाजपाई दिग्गज आज पिंकसिटी में– एच डी देवगौड्डा.. पूर्व प्रधानमंत्री, संस्थापक जेडीएस, चंद्रबाबू नायडू.. मुख्यमंत्री आंध्रप्रदेश, एच डी कुमारास्वामी.. मुख्यमंत्री कर्नाटक, शरद पंवार.. अध्यक्ष, फारुख अब्दुल्ला.. नेता हृष्ट, पूर्व सीएम जम्मू काश्मीर, तेजस्वी यादव, स्टालिन, कनिमोझी, —शरद यादव,संस्थापक लोकतान्त्रिक मोर्चा, हेमंत सोरेन, नेता झामुमो, बाबू लाल मरांडी, पूर्व सीएम झारखण्ड, जयंत चौधरी, प्रफुल्ल पटेल, जीतन राम मांझी, पूर्व मुख्यमंत्री बिहार, उपेन्द्र कुशवाह, राजू शेट्टी, बदरुद्दीन अजमल, प्रेम चंद्र।

कांग्रेस के दिग्गज जो रहेंगे मौजूद —राहुल गांधी, अध्यक कांग्रेस, मनमोहन सिंह पूर्व पीएम, एम खडगे.. नेता प्रतिपक्ष लोकसभा, कैप्टेन अमरिंदर सिंह.. सीएम पंजाब, नारायण सामी, सीएम पुड्डुचेरी,भूपेन्द्र सिंह हुड्डा पूर्व मुख्यमंत्री हरियाणा, अब्दुल मन्नान सीएलपी लीडर प बंगाल, देवव्रत सैकिया नेता प्रतिपक्ष असम, नवजोत सिंह सिद्धू, मंत्री पंजाब, शैलजा, अंबिका सोनी, मुकुल वासनिक, आनंद शर्मा, राजीव शुक्ला, राज बब्बर, गौरव गोगोई, जतिन प्रसाद, राधाकृष्ण पाटिल, नेता प्रतिपक्ष महाराष्ट्र, शपथ ग्रहण समारोह और सियासत, विपक्षी एकता की मजबूती और सियासी संदेश। अलग अलग प्रांत और वहां के दिग्गज साथ होंगे, भाषाई सीमा लांघ विपक्षी महाकुम्भ में शामिल होंगे, नरेन्द्र मोदी और बीजेपी के खिलाफ गुलाबी शहर से प्रदर्शित होगी एकता, बीजेपी के कांग्रेस मुक्त भारत के खिलाफ यह समारोह प्रतीक बनेगा।


अशोक गहलोत कांग्रेस के राष्ट्रीय संगठन महासचिव है, इसके साथ ही देश के सबसे बड़े ओबीसी और गांधीवादी नेताओं में उनकी गिनती होती है। सेकुलर पॉलिटिक्स को केन्द्र में रखकर उन्होंने अपनी राष्ट्रीय पहचान बनाई है। यूपी, गुजरात, दिल्ली, पंजाब, कर्नाटक, महाराष्ट्र, हरियाणा समेत कई राज्य है जहां उन्होंने बतौर संगठन और चुनाव प्रभारी के तौर पर काम किया और छाप छोड़ी। देश की सियासत में गांधी परिवार के विश्वस्तों की प्रथम पंक्ति में उन्हें गिना जाता है। यही कारण है कि कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक के स्थापित नेता उनके शपथ ग्रहण समारोह के साक्षी बनेंगे।

उप मुख्यमंत्री की शपथ ले रहे सचिन पायलट की छवि भी राष्ट्रीय स्तर पर युवा क्षत्रप की है। पायलट परिवार को देश की राजनीति में आखिर कौन नहीं जानता है। लिहाजा दो सियासी ध्रुवों का शपथ ग्रहण समारोह ‘मिनी इंडिया ‘ के तौर पर नजर आयेगा और जयपुर का अल्बर्ट हॉल इतिहास को रचने का काम करेगा। अंग्रेजी हुकूमत के प्रतीक रहे अल्बर्ट हॉल पर पहली बार मुख्यमंत्री पद के लिये शपथ ग्रहण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। जयपुर के दिल में बसे अल्बर्ट हॉल के ठीक सामने जयपुर का परकोटा, यूं कहे गुलाबी शहर है। यहां से कौमी तराने गूंजे है तो नामचीन नेताओं ने इंकलाब की आवाज बुलंद की है। दिग्गजों के चुनावी जयघोष भी यहां से सुनाई दिये है लेकिन ऐसा पहली बार होगा जब विपक्षी एकता का ‘महाकुम्भ’ गुलाबी शहर में होना जा रहा है। राजस्थान के कांग्रेस राज से देशव्यापी विपक्षी एकता का संदेश दिया जाएगा। (PB)