बीकानेर। राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग के सदस्य स्वामी सदानंद महाराज ने कहा कि सफाई कर्मचारियों के हितों के लिए प्रशासन, नगरीय निकाय और अन्य सम्बंधित एंजेसियां गंभीरता रखते हुए संवेदनशीलता से कार्य करें। स्वामी सदानंद महाराज ने संभाग के सभी जिलों में सफाई कर्मचारियों की स्थिति, हितों आदि के सम्बंध में शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में यह बात कही। उन्होंने सुरक्षा कर्मचारियों के रिक्त पदों, वर्तमान संख्या, कार्य दशाएं, सुरक्षा, स्वास्थ्य, पदोन्नति, स्थाईकरणी, न्यूनतम वेतन, बीमा सहित विभिन्न बिन्दुओं की समीक्षा की।
सफाई कर्मचारियों की साफ-सफाई के दौरान सुरक्षा का विशेष ध्यान रखते हुए सभी आवश्यक सुरक्षा उपकरण मुहैया करवाएं। उन्होंने कहा कि सफाई कर्मचारी व उनके परिवार का वर्ष में तीन बार आवश्यक रूप से हैल्थ चेक अप हो। जिन नगरपालिकाओं में सफाई कर्मचारियों की संख्या कम है वहां और भर्ती हो, अनुकंपा नियुक्ति के कोई प्रकरण बकाया न रहे। सभी नगरपालिकाएं अगले एक माह में डीपीसी कर भेंजे। उन्होंने कहा कि अन्य जातियों के जो लोग सफाई कर्मचारी के पद पर नियुक्त है, वे मूल पद पर कार्य करने करें यह सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि इस बारे में कई शिकायतें प्राप्त हो रही है, ऐसे में यह सुनिश्चित हो कि सफाई कार्य में जाति व्यवस्था को लाए बिना नौकरी में समानता रखते हुए सभी कर्मचारी कार्य करें।
उन्होंने नगर निगम आयुक्त प्रदीप गावंडे को कहा कि निगम के सफाई कर्मचारियों के लिए आवासीय सुविधा हेतु कॉलोनी विकसित करने के सम्बंध में प्रस्ताव बनाकर शीघ्र कार्य प्रारम्भ किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रमोशन प्रक्रिया में ढिलाई न हो, नियमित डीपीसी हो और वरिष्ठता आधारित पदोन्नति मिले, यह भी सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि जिन पदों पर ठेके के माध्यम से सफाई कर्मचारी नियुक्त है, उनके न्यूनतम वेतन, पीएफ कटौती आदि के बारे में सम्बंधित विभाग कार्यवाही कर सुनिश्चित करें।
बैठक में सफाई कर्मचारी एसोशिएसन की ओर से सफाई कर्मचारी बस्तियों में सड़क, नाली की व्यवस्थाएं हो तथा नियमित साफ-सफाई, पीबीएम अस्पताल सहित संभाग के अन्य अस्पतालों में ठेका के माध्यम से काम कर रहे सफाई कर्मचारियों के स्थाईकरण, पीएफ, न्यूनतम वेतन आदि के सम्बंध में मांग की गई। इस पर राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग सदस्य ने श्रम विभाग के संयुक्त निदेशक को इस सम्बंध में जांच करवाने और नए ठेकेदार को ठेका देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग भी अपने यहां कार्यरत अस्थाई सफाई कर्मचारियों को स्थाई करने के सम्बंध में पुलिस मुख्यालय प्रस्ताव भिजवाने को कहा। स्वच्छकारों के ऋण माफ करने के सम्बंध में शिविर आयोजित करें और उन्हें लाभान्वित करें।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर (शहर) शैलेन्द्र देवड़ा ने कहा कि सम्बंधित एंजेसियां यह सुनिश्चित करें कि विभाग अपने यहां से रिटायर हो रहे सफाई कर्मचारियों के पेंशन प्रकरण समय रहते तैयार करवाएं और समय पर पीपीओ सम्बंधित कर्मचारी को सौंपे। उन्होंने कहा कि यह सभी सक्षम अधिकारियों की नैतिक जिम्मेदारी है। पेंशन प्रकरण तैयार करवाने के लिए हैड ऑफ ऑफिस एक्शन लें, सहयोग के लिए स्टाफ की काउंसलिंग करें। सभी नगरपालिका ईओ इस सम्बंध में गंभीरता से काम करते हुए अपने अधीनस्थों को निर्देश दें। डीडीआर भी इस बारे में स्पष्ट निर्देश दें और सूची मंगवाएं कि किस माह कौनसा कर्मचारी रिटायर हो रहा है। बैठक में अतिरिक्त संभागीय इंदीवर दुबे सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, शिवलाल तेजी, सुनील जावा, विनोद चांवरिया, रतनलाल चांवरिया, रामरतन चांवरिया, चन्द्रशेखर चांवरिया, अनिल सांगरा, के सी चांवरिया, नरेन्द्र पंडित, जयसिंह जावा उपस्थित थे।