बीकानेर । केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि सरकारी स्कूलों और गैर सरकारी स्कूलों के बच्चों को लेकर किसी भी तरह का भेद नहीं होना चाहिए। न ही उन्हें दिए जाने वाले अवार्ड्स और पुरस्कारों में और न ही अन्य सुविधाओं में। उन्होंने यह बात होटल पाणिग्रहण में
गैर सरकारी शिक्षण संस्थाओं के सामाजिक सरोकार हेतु सक्रिय संस्था प्राईवेट एज्यूकेशनल इंस्टीट्यूट्स प्रोसपैरिटी एलायंस “पैपा” द्वारा आरटीई सेमीनार एवं होली – उमंग “रंग मंथन” कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए उपस्थित संस्था संचालकों द्वारा सरकार की ओर से बोर्ड परीक्षाओं में मेधावी छात्र छात्राओं को दिए जाने वाले लेपटॉप, साईकल इत्यादि पुरस्कारों को पिछली भाजपा सरकार द्वारा गैर सरकारी शिक्षण संस्थाओं के विद्यार्थियों के लिए बंद कर दिए जाने के सवाल के जवाब में कही।
उन्होंने कहा कि यह चिंता का विषय है और आगामी नई सरकार में उन्हें यदि नुमाइंदगी का अवसर मिला तो वे इस भेदभाव को मिटाने के लिए भरसक प्रयास करेंगे। श्री मेघवाल ने एक शिक्षण संस्था संचालक के फीस की डूबत पर उठाए सवाल के जवाब में कहा कि फीस की डूबत घोर चिंतननीय विषय है और इस संबंध में कोई रास्ता निकलना ही चाहिए। उन्होंने उपस्थित स्कूल संचालकों से इस विषय में सुझाव भी मांगें हैं। इस अवसर पर उन्होंने इस आयोजन को अत्यंत ही बेहतरीन और उम्दा करार देते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से ही हमारे संस्कार व पर्वो की संस्कृति अक्षुण्ण रह सकती है।
इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार एवं समाजसेवी जैन लूनकरण छाजेड़ ने कहा कि संगठन में ही बल है। यदि कोई संस्था रचनात्मक रूप से सक्रिय होकर अपने आयामों का संपादन करती है तो निसंदेह उनके आयाम से बहुत कुछ सीखने को मिलता है और पैपा संस्था के आयाम इस रूप में अत्यंत सराहनीय है। इस अवसर पर आरटीई, प्रारंभिक शिक्षा के उपनिदेशक मूलचंद बोहरा एवं सहायक निदेशक अरुण स्वामी तथा माध्यमिक शिक्षा निदेशालय के आरटीई प्रभारी दुुुुष्यंत ओहरी ने आरटीई एक्ट के संबंध में जानकारी दी तथा उपस्थित संस्था संचालकों के सवालों के जवाब भी दिए। करुणा इंटरनेशनल संस्था के एज्यूकेशन ऑफिसर घनश्याम साध ने इस अवसर पर करुणा इंटरनेशनल संस्था के बारे में जानकारी दी तथा सभी स्कूलों में करुणा क्लब स्थापित करने की अपील की।
पूर्व संयुक्त निदेशक विजयशंकर आचार्य एवं ओमप्रकाश सारस्वत ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि इस संस्था के किसी एक कार्यक्रम में आने के बाद हर कार्यक्रम में आने का मन रहता है और ऐसे अवसर भी मिलते रहते हैं, हर कार्यक्रम पिछले कार्यक्रम से शानदार होते हैं और नए नए नवाचार देखने को मिलते हैं। पूर्व में वरिष्ठ पत्रकार अनुराग हर्ष और पैपा के प्रदेश समन्वयक गिरिराज खैरीवाल ने इस मौके पर गैर सरकारी शिक्षण संस्थाओं की वाजिब समस्याओं पर प्रकाश डालते हुए उपस्थित केंद्रीय मंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल एवं विभाग के अधिकारियों से समाधान के लिए आग्रह किया। कैरियर कांउसलर डॉ चंद्रशेखर श्रीमाली ने इस मौके पर हैप्पीनेस इंडेक्स के संबंध में जानकारी दी। घनश्याम स्वामी, पांचू, खींयाराम सैन, श्री कोलायत एवं श्रीमती कविता गौड़, श्री डूंगरगढ ने भी कार्यक्रम में अपने विचार रखे तथा बहुत ही उम्दा कार्यक्रम बताया। कार्यक्रम का आगाज मां सरस्वती के चित्र के समक्ष माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर अरुण स्वामी, कृष्ण कुमार स्वामी, डॉ चंद्रशेखर श्रीमाली, उमाचरण सुरोलिया, रमेश सैनी, रमेश बालेचा, अनुज सुरोलिया, मेहरबान सिंह खालसा इत्यादि ने किया। कार्यक्रम का संचालन – संयोजन करते हुए पैपा के प्रदेश समन्वयक गिरिराज खैरीवाल ने पैपा के आयामों, आयोजन की रूपरेखा पर प्रकाश डाला तथा अतिथियों का परिचय दिया।
किया मान सम्मान – दिए उपहार
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल एवं वरिष्ठ पत्रकार व समाजसेवी जैन लूनकरण छाजेड़ का विशेष सम्मान किया गया। सम्मान स्वरूप साफा, शाल, अभिनन्दन पत्र, तिरंगी पताका, स्मृति चिह्न और कलम भेंट किए गए। अनुराग हर्ष और रमेश बालेचा ने अभिनंदन पत्रों का वाचन किया। सहयोग करने वाले सहयोगियों होटल पाणिग्रहण, गुंजन ग्रुप, भीखाराम चांदमल, संवित् सांउड, जीवन रक्षा हॉस्पिटल, बुल पॉवर एनर्जी प्राईवेट लिमिटेड तथा मनन प्रोडक्शन के प्रतिनिधियों को स्मृति चिह्न, तिरंगी पताका और हैप्पी होली पंखटोपी से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में निश्चित समय पर आने वाले संभागियों में से लॉटरी द्वारा इकतीस संभागियों को पंक्चुअलटी प्राईजेज के तहत भीखाराम चांदमल द्वारा प्रायोजित गिफ़्ट हैंपर दिए गए। कार्यक्रम में अंत तक उपस्थित रहे संभागियों में से लक्की ड्रा द्वारा पंद्रह संभागियों को बुल पॉवर एनर्जी प्राईवेट लिमिटेड द्वारा प्रायोजित सौलर लालटेन कम टार्च दिए गए। कार्यक्रम में प्रस्तुतियां देने वाले गायक शैलेन्द्र चौहान, गायिका गोपा मंडल, वरिष्ठ कवि विजय धमीजा व बाबूलाल छंगाणी एवं कवयित्री इंदिरा व्यास का सम्मान भी इस मौके पर तिरंगी पताका, हैप्पी होली पंखटोपी व स्मृति चिह्न व भीखाराम चांदमल द्वारा प्रायोजित गिफ्ट हैंपर भेंट कर किया गया। चंग धमाल की प्रस्तुति देने वाले खेतेश्वर सेवा समिति के इक्कीस सदस्यों को भीखाराम चांदमल द्वारा प्रायोजित गिफ्ट हैंपर देकर किया गया। चंग धमाल में बांसुरी की धुन पर सब को मोहित कर देने वाले सवाईसिंह को भी स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर उपस्थित सभी अतिथियों डॉ विजयशंकर आचार्य, ओमप्रकाश सारस्वत, मूलचंद बोहरा, अरुण स्वामी, दुष्यंत एवं कैरियर कांउसलर डॉ चंद्रशेखर श्रीमाली, विमल किराडू, शरद आचार्य, पत्रकार ओम दैया को स्मृति चिह्न, भीखाराम चांदमल द्वारा प्रायोजित गिफ्ट हैंपर, हैप्पी होली पंखटोपी एवं तिरंगी पताका भेंट कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में सहयोग करने वाले सभी कार्यकर्ताओं वि_ल वल्लभ उतम, गिरिराज आचार्य, हर्षिता राजपुरोहित, राजिका राजपुरोहित, नीतेश शर्मा, सौरभ चौहान आलोक स्वामी, हिमांशु साध, मनोज मूंधडा, अशोक चौधरी, रमेश इत्यादि को भीखाराम चांदमल द्वारा प्रायोजित गिफ्ट हैंपर देकर सम्मानित किया गया।
गीत संगीत, हास्य व्यंग्य कविताओं और चंग धमाल ने किए कमाल
इस अवसर पर सिंगर गोपा मंडल एवं शैलेंद्र चौहान ने देश भक्ति, होली और फिल्मी गीतों की विभिन्न शानदार प्रस्तुतियों से समांं बांध दिया। निदेशालय माध्यमिक शिक्षा के सामान्य प्रशासन विभाग के सहायक निदेशक गोमाराम देवडा़ ने मनमोहक होली गीत की प्रस्तुति दी। वरिष्ठ कवि विजय धमीजा और बाबूलाल छंगाणी ने इस मौके को यादगार बनाते हुए सभी को अपनी हास्य व्यंग्य की कविताओं से लोटपोट कर दिया। इस मौके पर श्रीमती इंदिरा व्यास ने भी अपनी कविता सुनाकर दाद बटोरी। श्री सेवा समिति द्वारा प्रस्तुत चंग धमाल ने उपस्थित संस्था संचालकों को थिरकने पर मजबूर कर दिया।
पैपा राष्ट्र सेवा कलश में एकत्रित राशि भेजी जाएगी पी एम रीलिफ फंड में
इस अवसर पर देश के शहीदों के परिवारों के लिए पी एम रीलिफ फंड में सहयोग राशि भेजने हेतु पैपा द्वारा स्थापित “राष्ट्र सेवा कलश” में बढ चढ़ कर सहयोग करने का आह्वान पैपा के प्रदेश समन्वयक गिरिराज खैरीवाल ने किया तथा समेकित रूप से एकत्रित इक्यावन हजार रुपये की सहयोग राशि होली के बाद जिला प्रशासन के माध्यम से प्रधानमंत्री राहत कोष में प्रेषित करने की घोषणा की।