बीकानेर। कोई भी काम पूर्ण नहीं होता उसमें सुधार की गुजांइश हर समय बनीं रहती हैं – इसलिए निंरतर सीखते रहें ‘ ये उद्बोधन जन शिक्षण संस्थान की अध्यक्ष डॉ. विभा बंसल ने जन शिक्षण संस्थान, बीकानेर द्वारा 31 मार्च, 2019 को संस्थान सभागार में आयोजित जिला संदर्भ व्यक्ति क्षमता संवर्द्धन प्रशिक्षण के अध्यक्षीय उद्बोधन में उपस्थित संभागियों के समक्ष व्यक्त किए। कार्यक्रम का प्रारंभ मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष माल्यार्पण कर किया गया। इस अवसर पर ”हे शारदे! माँ… ‘ वंदना गीत का सामूहिक गायन भी किया गया। इसी क्रम में डॉ.विभा बंसल ने कहा हमें अपनी आर्थिक उन्नति के साथ हमारे जीवन मूल्यों को कभी भी भुलाना नहीं चाहिए।
अर्थ तो संसाधन है और जीवन मूल्य हमारी संस्कृति है। इस अवसर पर जन शिक्षण संस्थान के उपाध्यक्ष श्री अविनाश भार्गव ने कहा कि प्रशिक्षण कोई भी हो उसका उद्देश्य हमारी अंतर्निहित शक्तियों व क्षमताओं को उजागर करना होता है। इसलिए अपनी क्षमताओं को पहचान कर आगे बढ़ें।
कार्यक्रम में आगंतुकों का स्वागत करते हुए जन शिक्षण संस्थान,बीकानेर के निदेशक श्री रामलाल सोनी ने कहा कि कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय भारत सरकार द्वारा 2019-20 की कार्य योजना के लिए दिए गए आवश्यक निर्देंशों के तहत संदर्भ व्यक्तियों को आधुनिक संचार तकनीक को सीखते हुए प्रशिक्षण केन्द्रों के साक्ष्य आधारित एवं गुणवतापूर्ण संचालन के लिए तैयार होने की बात कही। साथ ही प्रशिक्षण केन्द्र के साथ अपने सामाजिक कर्तव्यों का निर्वाह करने की भी बात कही।
संस्थान के कार्यालय प्रबंधक ओमप्रकाश सुथार, सहायक कार्यक्रम अधिकारी महेश उपाध्याय, लेखाकार लक्ष्मीनारायण चूरा, फील्ड कॉर्डीनेटर तलत रियाज, कम्प्यूटर ऑपरेटर उमाशंकर आचार्य, श्रीमोहन आचार्य, राजकुमार शर्मा, विष्णुदत्त आदि ने प्रशिक्षण के विभिन्न सत्रों – सर्वें कार्य , आदर्श केन्द्र संकल्पना, प्रशिक्षण दस्तावेजों का संधारण, जीवन संवर्द्धन शिक्षा, कार्य के प्रति सजगता, कच्चा माल एवं उपकरणों का सही उपयोग, प्लेसमेंट कार्य, संप्रेषण कौशल आदि का प्रभावी संचालन किया। इस प्रशिक्षण में जन शिक्षण संस्थान, बीकानेर द्वारा जिले के ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में संचालित किए जाने वाले प्रशिक्षण केन्द्रों के संदर्भ व्यक्तियों-अनुदेशकों की सहभागिता रही।