सादुलपुर (ओमप्रकाश)। तहसील के गांव न्यांगली निवासी राजपूत रेजिमेंट-4 में हवलदार पद तैनात जयसिंह भाटी पुत्र धन्नेसिंह राजपूत उम्र 34 वर्ष, जो मंगलवार शाम को तारानगर सडक़ पर स्थित पूलिया के पास ट्रेक्टर की टक्कर से घायल हो गए थे, ने बुधवार को हिसार में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। मृत सैनिक का बुधवार को सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
जिसमें हिसार से आए 59 आम्र्ड रेजिमेंट के 14 गाड्र्स ने नायब सुबेदार सतवीर सिंह के नेतृत्व में सशस्त्र सलामी गार्ड व गार्ड ऑफ ऑनर एवं मातमी धून बजाकर उन्हें अंतिम विदाई दी। सैनिक को उसके एकमात्र 13 वर्षीय पुत्र लोकेश ने मुखाग्नि दी। गौरतलब है कि मृत सैनिक जयसिंह भाटी 02 माह पूर्व छुट्टी पर आया था तथा 02 अप्रेल को उन्हें वापस कारगिल में अपनी डयूटी पर जाना था। मगर नियती को कुछ और ही मंजूर था। वे 02 अप्रेल को पांच बजे के लगभग तारानगर रोड़ पर स्थित पूलिया के पास उसकी स्कूटी को जा रहे थे तभी एक ट्रेक्टर ने टक्कर मार दी थी। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया था।
घायलावस्था में ही उसे श्रीनाथ अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। जहां से मंगलवार को ही उसे हिसार रैफर किया गया। मगर रात्रि करीबन 01 बजे के आसपास हिसार के ही सपरा अस्पताल में दम तोड़ दिया। मृत सैनिक जयसिंह के पिता धन्नेसिंह भाटी, जो एक कृषक थे, उनका गत 07 वर्ष पूर्व निधन हो गया। वर्तमान में जयसिंह की माता, उनकी पत्नी नीतू कंवर के अलावा दो लड़कियां कंचन 15 वर्ष कक्षा 10वीं की छात्रा है तथा पूजा 11 वर्ष जो कक्षा 06वीं में पढ़ती है। वहीं एक मात्र 13 वर्षीय पुत्र लोकेश है। जो कक्षा 09वीं में पढ़ता है। जयसिंह 2003 में सेना में भर्ती हुए थे तथा उनकी शादी अलसीसर निवासी नीतू कंवर के साथ हुई थी।
जैसे ही उनका पार्थिव शरीर न्यांगली गांव में पहुंचा तो पूरे गांव में शोक व्याप्त हो गया तथा सभी लोग सैनिक जयसिंह के आवास पर इक_ा हो गए। वहीं परिजनों को भी संभालना बड़ा मुश्किल हो रहा था। मृतक की शव यात्रा में पूर्व विधायक मनोज न्यांगली, तारानगर के पूर्व विधायक जयनारायण पूनिया, पूर्व सरपंच रोशन सिंह, एडवोकेट देबूसिंह, एडवोकेट सुनील जांगिड़, राजेन्द्र पटीर, गजरोजसिंह राठौड़ सहित आसपास के गांव मानपुरा, ददरेवा, भामासी, लाखलाण सहित अलसीसर, चौधरीवास, भगीणा आदि गांवों से भी लोगों ने पहुंचकर मृतक शरीर के पार्थिव शरीर पर पुष्पार्पित कर श्रद्धांजलि दी