बीकानेर। बीकानेर नगर स्थापना दिवस के अवसर पर ‘तीन दिवसीय मतदाता जागरुकता महोत्सवÓ शुक्रवार को शुरू हुआ।
पहले दिन राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय स्तर के साइकिल धावकों ने रैली निकालकर शत-प्रतिशत मतदान का संदेश दिया। स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विष्णु शर्मा ने वृद्धजन भ्रमण पथ के पास से हरी झंडी दिखाकर इसे रवाना किया। उन्होंने मतदाता जागरुकता के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की तथा कहा कि इससे मतदाताओं में जागृति आएगी। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के महात्यौहार में सभी की भागीदारी होनी चाहिए। मतदान, प्रत्येक मतदाता का अधिकार है तथा कोई भी इसके उपयोग से वंचित नहीं रहे।

रैली का नेतृत्व जिला निर्वाचन अधिकारी कुमारपाल गौतम ने किया तथा साइक्लिंग भी की। गौतम की अगुवाई में रैली अम्बेडकर सर्किल, रेलवे स्टेडियम, एमजी रोड, जूनागढ़, नगर निगम, एमएस कॉलेज होते हुए महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय के पास स्थित गुरुदेव साइक्लिंग एकेडमी पहुंची। इसमें एशियन साइक्लिंग रजत पदक विजेता मणिपुर की मनोरमा देवी, वल्र्ड रेलवे में रजत पदक विजेता देवकिसन सारण, एशिया कप में कांस्य पद विजेता दिनेश तर्ड, बजरंग डेलू सहित सौ से अधिक साइकिल धावकों ने भागीदारी निभाई।


‘मोटिवेशन गुरु’ की भूमिका में रहे गौतम

जिला निर्वाचन अधिकारी कुमारपाल गौतम ने वहां मौजूद खिलाडिय़ों से शत-प्रतिशत मतदान का आह्वान किया। इस दौरान गौतम ‘मोटिवेशन गुरुÓ की भूमिका में रहे। उन्होंने युवा साइकिल धावकों को ‘गोलÓ तय करने तथा इसके लिए पूरे समर्पण के साथ जुट जाने की सीख दी। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार साइकिल चलाते समय बैलेंस और गति अत्यंत महत्वपूर्ण है। कोई एक पक्ष कमजोर होने पर कुशल साइक्लिस्ट बनना मुश्किल होता है। इसी प्रकार जीवन में सफलता हासिल करने के लिए भी गति और बैलेंस जरूरी है। लक्ष्य की प्राप्ति के लिए पूरे बैलेंस के साथ नियमित अभ्यास से सफलता हासिल की जा सकती है।

‘ठान लिया, मतलब पा लिया’

गौतम ने कहा कि साइकिल धावक किसी भी स्तरीय प्रतियोगिता में मैडल जीतने की ठान लेंगे, तो उन्हें यह मैडल मिल भी जाएगा। जिस प्रकार एडिसन ने बल्ब के अविष्कार की ठानी। इसके लिए एडिसन को एक हजार बार प्रयोग करने पड़े, लेकिन असफलता से डरे बिना डटे रहने पर ही उन्हें सफलता मिली। उन्होंने कहा कि सफलता के लिए अथक परिश्रम जरूरी है। यदि यह जोश ठंडा पड़ जाता है तो सफल होना मुश्किल है। इस दौरान गौतम ने कोयले और हीरे का उदाहरण देते हुए कहा कि दोनों में ‘कार्बनÓ है लेकिन हीरा अधिक तपता है, तो उसकी कीमत अधिक होती है और अधिक सम्मान मिलता है। इसी प्रकार जीवन में सफलता के लिए युवा अपने आपको खूब तपाएं।

semuno institute bikaner
बीकानेर से है साइक्लिंग की पहचान
गौतम ने कहा कि साइक्लिंग की पहचान बीकानेर से है। बीकानेर को ‘साइकिल सिटीÓ के रूप में जाना जाता है। यहां के अनेक साइकिल धावकों ने देश और दुनिया में बीकानेर का नाम रोशन किया है। यहां स्तरीय साइकिल ट्रेक की स्थापना के संबंध में विचार करके शीघ्र ही इस कार्य को करवाया जाएगा। इस अवसर पर उप जिला निर्वाचन अधिकारी ए एच गौरी, स्वीप सहप्रभारी राजेन्द्र जोशी, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक एलडी पंवार, कॉलेज शिक्षा के सहायक निदेशक डॉ. राकेश हर्ष, गुरुदेव साइकिल एकेडमी के रामनाथ आचार्य, उत्तर-पश्चिमी रेलवे के खेल सचिव ओमप्रकाश जाट, खेल प्रशिक्षक किसन कुमार पुरोहित, श्रवणराम डूडी, श्रवण भांभू, रामनारायण चैधरी, कपिल देव, राजूराज तर्ड, हरिराम चैधरी एवं रामकरण चैधरी आदि उपस्थित रहे।

shyam_jewellers