बीकानेर । जिला कलक्टर आरती डोगरा ने कहा है कि जिला प्रशासन व पर्यटन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित 22वें ऊंट उत्सव के दौरान आयोजित छाया चित्र प्रदर्शनी पूर्ण प्रासंगिक व लोकप्रिय रही है। देशी-विदेशी पर्यटक प्रदर्शनी के माध्यम से रेगिस्तानी जहाज तथा बीकानेर के पुरातत्व व ऐतिहासिक महत्व से रूबरू हुए है।
डोगरा मंगलवार को जूनागढ़ में ऊंट उत्सव के मौके पर बीकानेर के 13 छायाकारों की ओर से लगाई गई फोटो प्रदर्शनी के समापन अवसर पर बोल रहीं थीं। उन्होंने कहा कि प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के ऊंट उत्सव के दौरान लगने वाली फोटो प्रदर्शनी से देशी-विदेशी पर्यटक बीकानेर की धरा पर आने के लिए प्रेरित होंगे। उन्होंने छायाकारों के चित्रों की तारीफ करते हुए कहा कि सभी चित्रों में छायांकन के साथ फोटोग्राफी की आधुनिक तकनीक को ध्यान में रखा गया है। कई चित्र तो शहर की विशेषताओं को स्वयं बयां करते नजर आ रहे हैं।
बीकानेर व्यापार उद्योग मंडल के सहयोग से आयोजित प्रदर्शनी के समापन अवसर पर पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्व विद्यालय के कुलपति डॉ.ए.के.गहलोत, पर्यटन विभाग के सहायक निदेशक अजय शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र बिश्नोई, जूनागढ़ किले के प्रबंधक कर्नल देवनाथ सिंह , दयांनद पब्लिक स्कूल की प्राचार्या श्रीमती अलका डॉली पाठक, उद्योगपति कन्हैयालाल बोथरा, मक्खन लाल अग्रवाल, सी.एल.सी.के. सुमित शर्मा तथा पत्रकार अनुराग हर्ष ने प्रदर्शित छाया चित्रों की प्रशंसा की तथा छायाकारों को राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शनी लगाने पर सहयोग का आश्वासन दिया।
प्रदर्शनी संयोजक अजीज भुट्टा ने बताया कि उनके साथ ओम मिश्रा, बी.जी.बिस्सा, मनीष पारीक, नौशाद कादरी, गुलाम रसूल, आलम सिंधी, दिनेश गुप्ता, दिनेश ओझा, रौनक व्यास, अनिल अरोड़ा व एम.शाकिर के लगभग 130 प्रदर्शित किए गए। इनमें ऊंट उत्सव तथा बीकानेर के पुरातत्व व एतिहासिक महत्व के स्थल शामिल थे। इस अवसर पर छायाकारों व अतिथियों का स्मृति चिन्ह से सम्मान किया गया।