नेत्र प्रत्यारोपण की आधुनिक विधियों पर मंथन
बीकानेर। सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज के नेत्र विभाग द्वारा नेत्रदान पखवाड़े के अंतर्गत बीकानेर एक्टर म्यूजिकल साइंटिफिक सोसायटी तथा नेत्र विभाग के संयुक्त तत्वावधान में नेत्र प्रत्यारोपण संबंधी तीन दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ रविवार को हुआ।
कार्याशाला के प्रथम सत्र में अहमदाबाद से आए डॉक्टर जयेश ने नेत्र प्रत्यारोपण से संबंधित मरीजों का चयन किया तथा उनको ऑपरेशन से पहले दी जाने वाली दवाइयां तथा अन्य जाचों के बारे में बताया ।
जयपुर के डॉ. धर्मवीर ने नेत्र प्रत्यारोपण करने के दौरान किस प्रकार की कठिनाइयां आती है तथा उनको दूर किस प्रकार किया जाता है के बारे में बताया। सीकर से आए डॉ हेमंत गुप्ता ने मरीजों के उपयुक्त चयन के बारे में विस्तार से जानकारी दी। डॉ.चंचल गुप्ता ने सलाईड के माध्यम से यह बतााय कि नेत्र प्रत्यारोपण में कॉर्निया क्यों खराब हो जाता है तथा इसको कैसे ठीक कर सकते हैं की जानकारी दी।
कार्यशाला के दूसरे सत्र के सभी चिकित्सकों ने वीडियो प्रेजेंटेशन के माध्यम से नेत्र प्रत्यारोपण की आधुनिक विधियों को विस्तार से बताया तथा अंतिम सत्र में पीजी चिकित्सकों को व्हाट्सएप के माध्यम से प्रत्यारोपण के बारे में प्रशिक्षित किया गया।
इससे पहले कार्यशला का उद्घाटन सरदार पटेल आयुर्विज्ञान महाविद्यालय के अतिरिक्त प्रधानाचार्य डॉ.एल.ए. गौरी व डॉ रंजन माथुर, पीबीएम अस्पताल के अधीक्षक डॉ.पी.के.बेरवाल ने किया। सभी वक्ताओं ने इस अवसर पर कहा कि नेत्रदान के प्रति लोगों को ज्यादा से ज्यादा जागरूक करना चाहिए ताकि एक अंधे व्यक्ति को नया जीवन मिल सके। इस प्रकार की कार्यशाला के आयोजन से छात्रों को आधुनिक जानकारी मिलती है।
इस अवसर पर नेत्र विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ अंजू कोचर ने कहा कि इस कार्यशाला के माध्यम से यहां के पीजी छात्र एवं छात्राएं नेत्र प्रत्यारोपण की आधुनिक तकनीक से अवगत होंगे तथा भविष्य में भी यह प्रशिक्षण उनके काम आएगा।
इस अवसर पर बीकानेर के वरिष्ठ नेत्र चिकित्सक डॉक्टर जी जैन, डॉ.जयश्री मुरली मनोहर, डॉक्टर अशोक शर्मा, डॉक्टर सौरभ भार्गव तथा डॉक्टर संजीव सहगल भी उपस्थित थे । आई एम ए के प्रतिनिधि के रूप में डॉ राहुल हर्ष भी उपस्थित थे। समारोह का डॉ रश्मि केवलिया ने किया।