इस दौरान कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय के एक्रीडेशन के लिए भारतीय कृषि अनुसंधान केन्द्र की रिव्यू टीम (पीआरटी) के निरीक्षण के मद्देनजर सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद रखी जाए। कार्यालय एवं परिसर की साफ-सफाई, अनावश्यक वस्तुओं को हटाने, विद्युत के ढीले तारों को कसवाने, साइन बोर्ड लगवाने, सभी दस्तावेजों का सुव्यवस्थित तथा अद्यतन करने सहित प्रत्येक छोटे-छोटे बिंदु का गंभीरतापूर्वक रिव्यू किया जाए। उन्होंने कहा कि शैक्षणिक तथा शैक्षणेत्तर कर्मचारी-अधिकारी टीम भावना के रूप में कार्य करें।


कुलपति ने कृषि महाविद्यालय की विभिन्न प्रयोगशालाओं, कक्षाओं एवं कार्यालयों का अवलोकन किया। निर्धारित स्थानों पर डस्टबीन रखवाने तथा इनका उपयोग सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्मार्ट क्लासेज में सभी तकनीकी व्यवस्थाएं सुचारू रहें। प्रत्येक विभाग पिछले पांच वर्षों में किए गए प्रमुख कार्यों का लेखाजोखा रखें तथा नवीनतम गतिविधियों का डिस्प्ले किया जाए। इस दौरान महाविद्यालय अधिष्ठाता प्रो. आई पी सिंह, अनुसंधान निदेशक प्रो. एस. एल. गोदारा आदि साथ रहे।


स्वच्छता अभियान का किया शुभारम्भ
कुलपति ने कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र परिसर में स्वच्छता अभियान की शुरूआत की। दोनों स्थानों पर अलग-अलग टीमें बनाकर सघन अभियान चलाया गया। महाविद्यालय में एनएसएस एवं एनसीसी इकाईयों के विद्यार्थियों ने अभियान में भागीदारी निभाई। कृषि अनुसंधान केन्द्र के क्षेत्रीय निदेशक डाॅ. पी. एस. शेखावत ने बताया कि कुलपति ने केन्द्र का भ्रमण करने के साथ अनुसंधान गतिविधियों का अवलोकन किया। इस दौरान पीआरटी के निरीक्षण के रूट-चार्ट पर भी विचार विमर्श किया गया।
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