राष्ट्रीय समूह गान में गूंजे देश भक्ति के तराने*
विजेता विद्यार्थी प्रान्त स्तरीय राष्ट्रीय समूह गान प्रतियोगिता में लेंगे भाग

बाड़मेर /
भारत विकास परिषद् वीर दुर्गादास राठौर शाखा द्वारा संस्कार प्रकल्प के तहत राष्ट्रीय समूह गान प्रतियोगिता का आयोजन शहर के दिल्ली पब्लिक स्कूल बाड़मेर में हुआ । जिसमे शहर के विभिन्न विद्यालयों की आंठ टीमो के 58 विद्यार्थियों एवं 18 वादकों ने भाग लिया । कार्यक्रम संयोजक हरीश सुथार ने बताया कि समारोह के उद्धघाटन सत्र के मुख्य अतिथि भारत विकास परिषद् मुख्य शाखा के अध्यक्ष ताराचंद जाटोल , अध्यक्षता वीर दुर्गादास राठौर शाखा के अध्यक्ष प्रदीप राठी , कार्यक्रम पर्यवेक्षक प्रांतीय प्रकल्प प्रमुख एक शाखा एक गांव पुखराज राठी , विशिष्ट अतिथि प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की मुख्य संचालिका बबीता बहन, प्रकल्प प्रमुख राष्ट्रीय समूह गान प्रतियोगिता सुधीर तापड़िया, प्रकल्प प्रमुख गुरु वंदन छात्र अभिनंदन मुख्य शाखा बाबूलाल गौड़, प्रकल्प प्रमुख गुरु वंदन छात्र अभिनंदन दुर्गा दास राठौड़ शाखा जसवंत गौड़ रहे ।
मुख्या अतिथि ताराचंद जाटोल ने कहा कि विद्यार्थियों में राष्ट्र प्रेम की भावना भरने में देश भक्ति एवं राष्ट्रीयता से ओत प्रौत इन गीतों का महत्त्व निर्विवाद है और ऐसी प्रतियोगितोओ का आयोजन ही श्रेष्ठ माध्यम हैं । वही बबीता बहन ने संस्कार विषय पर बात करते हुए कहा की हमें अपनी संस्कृति को संरक्षित करने के लिए ऐसे आयोजन करवाने जरुरी है ।

वही कार्यक्रम पर्यवेक्षक पुखराज जी राठी ने भारत विकास परिषद् के संस्कार प्रकल्प की जानकारी प्रदान करते हुए कहा कि इस प्रतियोगिता का मुलभुत उद्देश्य हमारी युवा पीढ़ी में राष्ट्रीयता की भावना सामाजिक उत्तर दायित्व एवं नैतिकता के मूल्यों का सृजन करना: है । वही प्रितियोगिता संजोयक हरीश जांगिड़ ने प्रतियोगिता के नियमो से अवगत करवाया ।
गूंजे देश भक्ति के तराने : प्रतियोगिता के आरंभ में क्रमवार आठ टीमों ने देश भक्ति के हिंदी गीतों की प्रस्तुतियां दी। आकर्षक एवं मनमोहक देश भक्ति की भावना से ओतप्रोत ओजस्वी गीतों की प्रस्तुति से पूरा सभागार गूंज उठा । जब विद्यार्थियों ने मधुर कंठ से वाद्य यंत्रों के साथ समूह स्वर में राष्ट्र की जय चेतना…..भारत माता का मान बढ़ाने …. रक्त शिराओं में राणा का….. धरती की शान….कोटी कोटी कंठो ने गाया…..सोने जैसी माटी……मानवता के लिए उषा की….. गीत गाए तो वातावरण देश भक्ति की भावना से सरोबार हो गया।

संस्कृत समूह गान प्रतियोगिता मैं जब विद्यार्थियों ने देववाणी संस्कृत भाषा में लयबद्ध स्वर से शुद्ध उच्चारण के साथ प्रस्तुतियां दी तो अतिथियों सहित सभी श्रोता गण अभीभूत होकर भाव विभोर नजर आए । विद्यर्थियों ने देवी देहीनो बलम…. जय-जय हे भगवती…… जय भारत जननी….. वंदे मातरम….मनसा सततं स्मरणीयम्….. भजे भारतम…..संस्कृत गीत प्रस्तुत कर मन मोह लिया।
इसके बाद राजस्थानी भाषा के लोकगीतों की प्रस्तुतियों ने सभी को राजस्थानी संस्कृति की और आकर्षित किया ।
कार्यक्रम के समापन सत्र में मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. बी डी तातेड़ , अध्यक्षता जिला प्रभारी भारत विकास परिषद ओम प्रकाश मेहता , विशिष्ट अतिथि सचिव दुर्गादास राठौड़ शाखा दिनेश सिंघवी , शाखा उपाध्यक्ष राजेंद्र जोशी ,प्रकल्प प्रमुख भारत को जानो प्रतियोगिता दिलीप तिवारी, प्रकल्प प्रमुख रक्त दान नेत्र दान रघुवीर सिंह तामलोर ,महिला प्रकोष्ठ प्रमुख उषा पुरोहित रहे ।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि डॉ बी डी तातेड़ ने कहा की संस्कार सृजन कार्यों में भारत विकास परिषद सबसे अग्रणी है । उन्होंने विद्यार्थियों द्वारा दी गई राष्ट्रप्रेम एवं देश भक्ति से ओतप्रोत प्रस्तुतियों की मुक्त कंठ से सराहना कर उन्हें चरित्रवान एवं संस्कार शील बनने के लिए कई प्रेरणादाई बातें बताई।
निर्णायक के तौर पर अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त लोक कलाकार स्वरूप पवार, बिहारी पवार, जसवंत राज गौड़, सुधीर तापड़िया, ने श्रेष्ठ निर्णय लिया।

यह रहा प्रतियोगिता का परिणाम :हिंदी एवं संस्कृत राष्ट्रीय समूह गान प्रतियोगिता में दिल्ली पब्लिक स्कूल की टीम प्रथम स्थान पर रही, सत्य साईं मूक बधिर विद्यालय की टीम द्वितीय स्थान पर रही , वंही आदर्श विद्या मंदिर की टीम ने तृतीय स्थान प्राप्त किया ।इसी दौरान दिल्ली पब्लिक स्कूल की टीम ने लोकगीत की प्रस्तुति देकर सभी का मन मोह लिया । इस दौरान श्रेष्ठ वादक के तौर पर दिव्यांग सुरेश को प्रोत्साहन पुरस्कार एवं 500 नकद पुरस्कार प्रदान किया गया । प्रतियोगिता में भाग लेने वाली सभी टीमों के विद्यार्थियों को प्रोत्साहन पुरस्कार एवं प्रमाण – पत्र प्रदान किए गए । कार्यक्रम के अंत में शाखा सचिव दिनेश सिंघवी ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया वही कार्यक्रम का संचालन हरीश सुथार ने किया ।
कार्यक्रम में खीम सिंह, मोहम्मद रफीक, रमेश जाखड़ सहित कई सदस्य मौजूद रहे ।