6 में से 4 डाॅ.मिले अनुपस्थित
प्रभारी चिकित्सक को हटाया


बीकानेर, 05 अक्टूबर। जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम ने शनिवार को बीकानेर शहर और नापासर को दौरा कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने नापासर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का शाम को औचक निरीक्षण किया और चिकित्सा सेवाओं में सुधार के निर्देश दिए।
गौतम ने अस्पताल में स्टाॅफ की उपस्थिति पंजीका का अवलोकन किया, जिस पर उन्हें 6 में से 4 चिकित्सक अनुपस्थित मिले। इनमें प्रभारी सहित डॉ गौरव सैनी सैनी, डॉक्टर रोहताष सोनी, डॉक्टर ओम प्रकाश डूडी,सहित आयुष चिकित्सक विजेंद्र सिंह शामिल थे।
उन्होंने मौजूद स्टाॅफ से चिकित्सकों की अनुपस्थिति के बारे मंे पूछा कि क्या इसी तरह डाॅक्टर अस्पताल से अनुपस्थित रहते हैं ? जिला कलक्टर के अस्पताल में पहुंचने पर मौजूद चिकित्सक ने अन्य चिकित्सकों को फोन करके अस्पताल पहुंचने को कहा तो अनुपस्थित डाॅक्टर नहीं पहुंचे।

प्रभारी बदला एक चिकित्सक को अन्यत्र लगाया
जिला कलक्टर के निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित चिकित्सकों के विरुद्ध तत्काल कार्यवाही करते हुए प्रभारी चिकित्सक को हटा दिया गय। उनकी जगह डाॅ. भीमसेन गोदारा को प्रभारी बनाया गया तथा अनुपस्थित रहे डॉ गौरव सैनी को लखासर चिकित्सालय में लगा दिया गया। यह आदेश मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा जिला कलक्टर के निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित पाए जाने के कारण आज ही आदेश जारी कर दिए।

जिला कलक्टर ने चिकित्सालय के चिकित्सकों द्वारा रोगियों को लिखी जाने वाली दवाईयों के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने अस्पताल रिकार्ड में दवा लिखी पर्चियों का भी निरीक्षण किया और मुख्यमंसत्री निःशुल्क दवा योजना में प्राप्त दवाईयों से पंिर्चयों की दवाओं का मिलान करवाया। उन्होंने निर्देश दिए कि चिकित्सक ट्रामाडोल दवा जो प्रतिबंधित है,उसे नहीं लिखे। इस पर चिकित्सक ने बताया कि रोगी स्वयं यह दवा लिखने के लिए दवाब बनाते हैं, अगर यह दवा नहीं लिखते है तो झगड़ा करने लग जाते हैं। इस पर उन्होंने मौके पर पुलिस अधिकारी को बुलाकर निर्देश दिए कि जब भी कोई रोगी प्रतिबंधित दवा लिखवाने के लिए डाॅक्टर से झगड़ा करता है, उसके विरूद्ध कार्यवाही की जाए। इसके बाद उन्होंने अस्पताल के वार्डों, निःशुल्क दवा वितरण केन्द्र, ड्रेसिंग रूम और साफ-सफाई का भी जायजा लिया।
नापासर के मुख्य बाजार की स्थिति का जायजा लिया-जिला कलक्टर ने नापासर मंे सीवर लाइन कार्यों तथा सड़कों का भी निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत के माध्यम से

टूटी हुई सड़कों को ठीक करवाया जायेगा।

राजनगर काॅलोनी का किया निरीक्षण-जिला कलक्टर ने जयपुर रोड स्थित राजनगर काॅलोनी में सीवरेज डालने के बाद खुदी सड़क का भी मौके पर निरीक्षण किया और यहां के वाशिंदों सेे चर्चा की। यहां के नागरिकों ने बताया कि गलियों में जगह-जगह सीवरेज डालने से हुए गढढों में परेशानियों उत्पन्न हो रहीं है। बरसात के समय में तो घर पहुंचना भी दुर्भर हो गया है। साथ ही तकनीकी रूप से भी सीवरेज को ठीक करवाया जाना जरूरी है। इस पर गौतम ने उपस्थित अभियन्ता और ठेकेदार से कड़े शब्दों में राजनगर काॅलोनी में सड़क का निर्माण शीघ्र शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने निगम के अधीशाषी अभियन्ता से कहा कि सीवरेज लाइन को तकनीकी रूप से सही करवाते हुए सड़कों का निर्माण करवाया जाए। उन्होंने कहा कि जब तक ठेकेदार काम पूरा नहीं करता है, उसका भुगतान रोक दिया जाए। उन्होंने नगर निगम आयुक्त प्रदीप के. गवांडे से कहा कि क्षतिग्रस्त रोड का कार्य गुणवतापूर्ण हो, इसकी सख्ती से पालना करवाई जाए।

सूरसागर कार्यों का जिला कलक्र प्रतिदिन करेंगे निरीक्षण-जिला कलक्टर ने सूरसागर में बरसात में आए पानी के साथ आई जमा प्लास्टिक को देखा और कहा कि आगामी दो दिनों में पानी की निकासी हो जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि सारा कचरा निकलना चाहिए। सूरसागर की सुन्दरता के जो कार्य शुरू होने है, उन्हें शीघ्र प्रारंभ किए जाए। उन्होंने कहा कि पानी निकासी के लिए अगर अतिरिक्त संसाधन लगाने पड़े तो वो भी लगाए जाए। उन्होंने मौजूद अभियन्ता से कहा कि वे स्वयं प्रतिदिन इस कार्य की मौके पर माॅनिटरिंग करेंगे।

चाय पट्टी पर चल रहे कार्यों का निरीक्षण-जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम ने शहर के अंदरूनी क्षेत्र का भ्रमण किया और विभिन्न क्षेत्रों में चल रहे विकास कार्यों की धीमी गति पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने चाय पट्टी पर वाल-टू-वाल कार्यों को एक सप्ताह में पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आगामी त्योहार को देखते हुए शहर में चल रहे सभी कार्य समय पर पूर्ण हो जाने चाहिए। चाय पटटी पर आमजन ने इस क्षेत्र मंे यातायात व्यवस्था सुधार की आवश्यकता जताई। इस पर उन्होंने मौके पर जिला पुलिस अधीक्षक से दूरभाष पर बातचीत करते हुए बड़ा बाजार सहित शहर में यातायात व्यवस्था सुचारू रखने को कहा। उन्होंने कहा कि यातायात व्यवस्थित रहे, इसके लिए अतिरिक्त यातायात कार्मिक नियुक्त किया जाए।