प्रिंसिपल भर्ती में आरक्षण नीति का प्रावधान करे प्रशासन-विक्रम डूमोलिया
हर्षित सैनी
रोहतक, 11 जनवरी। डॉ. अम्बेडकर मिशनरीज विद्यार्थी एसोसिएशन (एएमवीए) का एक प्रतिनिधिमंडल अपने अध्यक्ष विक्रम सिंह डूमोलिया के नेतृत्व में आज गौड कॉलेज रोहतक में आरक्षण नीति से छेड़छाड़ की शिकायत दर्ज करवाने पहुंचा। प्रतिनिधिमंडल ने कॉलेज की डायरी में शिकायत नंबर 4181/11/01/2020 के तहत दर्ज करवाई।
इस अवसर पर विक्रम डूमोलिया ने कहा कि गौड़ ब्राह्मण डिग्री कॉलेज के प्रिंसिपल के पद का विज्ञापन 6 दिसम्बर 2019 को जारी किया व इसका साक्षात्कार 14-1-2020 को तय कर रखा है। यह एक बहुत गम्भीर विषय है कि लगभग 7 प्राचार्य इस कालेज में केवल ब्राह्मण जाति के कार्य कर चुके हैं।
उन्होंने बताया कि डीएचई व हरियाणा सरकार के नियम अनुसार 4 व 8वां प्वाईंट अनुसूचित जाति वर्ग से बनता है। इस पद को आरक्षित वर्ग से विज्ञापन न करके सामान्य वर्ग के लिए विज्ञापित कर आरक्षण नीति की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।
इसमें जिले के उपायुक्त आर.एस. वर्मा जोकि इस संस्था के प्रशासनिक अधिकारी हैं, को इस पद को विज्ञापित करने से पहले आरक्षण नीति का ध्यान रखना चाहिए था परन्तु संस्था के पदाधिकारियों के साथ मिलकर आरक्षण नीति का उल्लंघन कर रहे हैं।
प्रतिनिधिमंडल ने महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के कुलपति राजबीर सिंह से भी मांग की कि वो इस मामले में हस्तक्षेप करें क्योंकि गौड़ कॉलेज में अब तक प्राचार्य के रूप में जी.आर. स्वामी, जे.सी. पाठक, डी.पी. दीक्षित, जे.सी. जोशी, आर.के. भारद्वाज, एस.के. गौड, जे.एन. शर्मा कार्य कर चुके हैं।
इसका सीधा मतलब है कि आजादी के 72 साल बाद भी जातिवाद चरम पर है। इसका सीधा उदाहरण गौड़ ब्राह्मण डिग्री कॉलेज की प्राचार्य की यह अवैध भर्ती है। ये चाहते ही नहीं की कोई आरक्षित वर्ग का प्राचार्य इस संस्था में लगे।

विक्रम डूमोलिया ने कहा कि इस सन्दर्भ में उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक, एससी/एसटी आयोग के चेयरमैन, राज्यपाल, मुख्यमंत्री, डी.एच.ई. निदेशक, शिक्षा मंत्री, प्राचार्य गौड संस्था को लिखित शिकायत भेजी गई है। अगर इस मामले में कार्यवाही नहीं होती तो एसोसिएशन आंदोलन चलाने पर मजबूर होगी।
प्रतिनिधिमंडल में प्रमुख रूप से डॉ. रोहतास, डॉ. संजय, चौ. बिजेन्द्र सभ्भरवाल, कमलजीत सिंहमार, अनिल नरवाल, अनिल कथूरा आदि शामिल रहे।