-मुकेश पूनिया-
बीकानेर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आव्हान पर सरकार ने जिस तंबाकू,पान मसाले और सुपारी पर प्रतिबंध लगा रखा है,बीकानेर में उनकी बिक्री हर रोच चार करोड़ के पार है। पान मसाला कारोबार से जुड़े पुख्ता सूत्रों के अनुसार मैग्निशियम कार्बोनेट, निकोटिन, तंबाकू या मिनरल ऑयल युक्त पान मसाला,तंबाकू और फ्लेवर्ड सुपारी के उत्पादन, भंडारण, वितरण और बिक्री पर प्रतिबंध के बीकानेर में इन उत्पादों की बड़े पैमाने पर बिक्री और भंण्डारण हो रहा है। हालांकि तीन माह पहले प्रतिबंध लगने के बाद यहां चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम ने तंबाकू,पान मसाला और सुपारी के नमूने भी लिए हैं,जिनमें से तीन अमानक स्तर के पाए गए। फिर भी इन प्रतिबंधित उत्पादों की बिक्री धड़ल्ले से हो रही है। जानकारी में रहे कि मुख्यमंत्री की सख्ताई के बाद राजस्थान सरकार ने महात्मा गांधी जयंती के अवसर पर राज्य में मैग्निशियम कार्बोनेट, निकोटिन, तंबाकू या मिनरल ऑयल युक्त पान मसाला और फ्लेवर्ड सुपारी के उत्पादन, भंडारण, वितरण और बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया। प्रतिबंध के बाद प्रदेशभर में हुई कार्यवाहियों की तर्ज पर बीकानेर में स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने यहां पान मसाला,तंबाकू और सुपारी डीलरों के ठिकानों पर कार्यवाही कर नमूने लिये,जांच में तंबाकू,पान मसाले और सुपारी अमानक भी पाये गये,फिर खुलेआम हो रही बिक्री पर कोई असर नहीं देखने का मिल रहा।

ब्रेन डेड का खतरा
गुटखे के स्वाद को तीखा बनाने के लिए केल्शियम कार्बोनेट और चमक लाने के लिए प्रयोग किया जाता है। हकीकत यह है कि शरीर में जरूरत से ज्यादा कैल्शियम होने पर ब्रेन डेड होने की समस्या बढ़ जाती है। यही कारण है कि अस्पतालों में पथरी के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। कैल्शियम की अधिकता के कारण कैल्सेमिया बीमारी होती है। इस स्थिति में पैराथाइरॉइड नामक ग्रंथि प्रभावित होती है। शरीर में फास्फेट के साथ मिलकर हड्डियों को कठोर बना देता है। हड्डियों में झुकाव भी हो सकता है। कैल्शियम ज्यादा होने से शरीर में मेग्निशियम की कमी हो जाती है।

बीकानेर से समूचे संभाग में सप्लाई
बीकानेर में गुटखे का कारोबार पिछले पांच साल में तेजी से बढ़ा है। बीकानेर में गुटखा सुपारी,तंबाकू के नए ब्रांड की अधिकांश खेप जोधपुर,यूपी और दिल्ली से आती है, जिले में तंबाकू,गुटख और पान मसाले के चार बड़े स्टॉकिस्ट है,जो एक ही परिवार के है। इसी परिवार ने पिछले दशक भर से बीकानेर के पान मसाला कारोबार पर एकछत्र राज कायम कर रखा है। इन्ही स्टॉकिस्टों के यहां से छोटे बड़े दुकानदार माल खरीदते हैं। मोटे अनुमान के अनुसार जिले में ुगुटखा,तंबाकू और पान मसाला की रोजाना औसतन चार करोड़ के गुटखे,तंबाकू,पान मसालों और सुपारी की खपत होती है। बीकानेर के इन्ही स्टॉकिस्टों की फर्माे से नागौर,चुरू,श्रीगंगानगर तकतंबाकू और पान मसालों की सप्लाई होती है। माल रखने के लिये बीकानेर के इन तंबाकू पान मसाला कारोबारियों ने शहरभर दर्जनों जगहों पर अपने गोदाम बना रखे है। पुख्ता खबर है कि इन फर्मो का ज्यादात्तर माल दो नंबरी तरीके सप्लाई होता है।