नई दिल्ली|मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच और मिलिट्री इंटेलिजेंस ने शहर में एक बार फिर अवैध तरीके चलाई जा रही टेलिफोन एक्सचेंज का खुलासा किया है। इस बार वॉयस ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल (वीओआईपी) पर आधारित यह टेलिफोन एक्सचेंज सेक्टर 3 में चलाई जा रही थी। जनवरी में सउदी अरब से मुंबई में लैंडलाइन फोन पर हुए एक कॉल पर सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े हुए थे। जांच में पता चला कि वीओआईपी के माध्यम से आई इस कॉल को भारतीय मोबाइल नंबर से लैंडलाइन पर डायवर्ट किया गया। ऐसा अवैध तरीके से चलाई जा रही टेलिफोन एक्सचेंज के माध्यम से ही संभव हो सकता है।
एडैप्टर के माध्यम से वीओआईपी कॉल को सिम बॉक्स में ट्रांसफर करके अलग-अलग सिम के माध्यम से देश में ही ट्रांसफर कर दिया जाता है। यहां का नंबर होने से यह पता नहीं चल पाता है कि कॉल कहां से की गई। इस तरह कि एक्सचेंज का इस्तेमाल जासूसी के लिए किया जाता है। इससे पहले भी नोएडा में इस तरह की पकड़ी जा चुकी है। यूपी एसटीएफ ने अक्टूबर 2015 में सेक्टर 63 में अवैध टेलिफोन एक्सचेंज पकड़ी थी। एसटीएफ ने इसके लिए लगाए सर्वर को भी सीज किया था। इस एक्सचेंज से भारत सरकार को करीब 50 करोड़ का नुकसान हुआ था !