बीकानेर। ट्रांसपोर्ट गली, रानी बाजार स्थित आर्ट ऑफ लिविंग के बीकानेर केंद्र में रविवार दोपहर बाद संपन्न चार दिवसीय अडवांस कोर्स की संभागी
मधु जैन ने अपने अनुभवों को साझा करते हुए बताया कि पांच छह दिन पहले तक मेरी स्थिति इतनी ज्यादा खराब थी कि मैं अपने नित्य कार्यों को भी कर पाने में समर्थ नहीं थी।


चार पांच दिन तक नहाना भी नहीं हो पाता था। लेकिन मन में अडवांस कोर्स का संकल्प लिया और अब कोर्स को सफलतापूर्वक करने के बाद इतनी ऊर्जा, उत्साह एवं आनंद की अनुभूति हो रही है कि जैसे मुझे कुछ था ही नहीं। मैं अब बिलकुल स्वस्थ महसूस कर रही हूँ। आर्ट ऑफ लिविंग ब्यूरो कम्युनिकेशन के बीकानेर जोन के मीडिया कॉआर्डिनेटर गिरिराज खैरीवाल ने बताया कि 13 फरवरी से शुरू हुए शारीरिक और मानसिक समृद्ध बनाने वाले इस दिव्य अडवांस कोर्स में सम्मिलित सभी संभागियों ने कोर्स के बाद अपने अनुभव शेयर करते हुए इस कोर्स को पूरे जोश व आनंद की अनुभूति वाला ऊर्जास्फूर्त व चमत्कृत करने वाला बताया। खैरीवाल के अनुसार डॉ प्रमोद शर्मा ने अपने अनुभव शेयर करते हुए कहा कि बी पी, शुगर और डिप्रेशन के मरीजों के लिए अडवांस कोर्स व सुदर्शन क्रिया रामबाण औषधि के बराबर है। अजय खत्री ने बताया कि यह कोर्स किसी डायमंड से कम नहीं है। मन और तन एक तरह से तपकर शुद्ध हो गया है। नरेंद्र कुमार अग्रवाल एवं इंजीनियर विवेक गुप्ता ने इस कोर्स को अत्यंत ही अद्भुत बताया।


इन चार दिनों में संस्था के बीकानेर केंद्र के साधना सारस्वत, जितेंद्र व्यास, आशी जैन, दमयन्ती सुथार, मनीष गंगल, मुकेश शर्मा, रामनारायण चौधरी, नीता भाटिया इत्यादि ने विभिन्न व्यवस्थाओं व सेवाओं का दायित्व कुशलता के साथ निभाया।
