

बीकानेर, 18 फरवरी। जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम ने कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय समन्वय से टिड्डी हमले की पूर्व चेतावनी प्रणाली विकसित की जाए जिससे टिड्डी हमले की संभावित जानकारी सम्बंधित जिले तथा काश्तकारों को देकर फसल नुकसान को रोका जा सके। उन्होंने कहा कि बीकानेर के खाजूवाला और बज्जू क्षेत्र में टिड््डी का प्रकोप पूर्व में था अब बीकानेर के इन दोनों स्थानों से पूरी तरह से मुक्त हो गया है साथ ही अगर भविष्य में कभी टिड्डी के कारण फसल का खराबा हो तो उसका मुआवजा बाजार दर पर काश्तकारों को उपलब्ध करवाए जाए।




अत्याधुनिक उपकरण हों सीमावर्ती क्षेत्र में
जिला कलक्टर गौतम में कहा कि भविष्य में अगर टिड्डी का प्रकोप होता है तो उससे निपटने के लिए अत्याधुनिक उपकरण टिड्डी विभाग उपलब्ध करवा दें तो समय रहते जिला प्रशासन इन सभी उपकरणों को बीकानेर से लगती अन्तर्राष्ट्रीय सीमा से जुड़ी तहसीलों पर रख दें ताकि जैसे ही टिड्डी का हमला हो तो अत्याधुनिक उपकरणों और दवाओं के माध्यम से उनके प्रवेश के साथ ही उन पर प्रभावी अंकुश लगाया जा सके। जिला कलक्टर ने कहा कि टिड्डी का इस क्षेत्र में जनवरी माह में दूसरी बार हमला था। इससे पहले मई 2019 में टिड्डी दल का हमला हुआ।


गौतम ने बताया कि टिड्डी नियंत्रण में स्थानीय काश्तकारों का बेहतरीन सहयोग रहा। उन्होंने बताया कि व्हाट्सऐप ग्रुप आदि के जरिए किसानों ने कृषि विभाग के साथ समन्वय कर जानकारी साझा की और टिड्डी नियंत्रण में पूरा सहयोग दिया। स्थानीय लोगों ने अपने टेªक्टर आदि के जरिए कीटनाशक का छिड़काव किया। नियंत्रण के कार्य में बीएसएफ का भी सहयोग मिला। गौतम ने बताया कि खराबे का मुआवजा देने के लिए प्रशासन ने विशेष गिरदावरी करवाई। इस रिपोर्ट के अनुसार बज्जू के 23 राजस्व तथा खाजूवाला के 10 राजस्व ग्रामों के कुल 1673 किसान प्रभावित हुए।
बैठक में पौध संरक्षण अधिकारी टिड्डी विभाग धन्ने सिंह पूनिया, संयुक्त निदेशक कृषि विस्तार जगदीश पूनिया, सहायक निदेशक कृषि विस्तार डाॅ रामकिशोर मेहरा, कृषि अधिकारी पौध संरक्षण डाॅ सुभाषचंद्र बिश्नोई उपस्थित थे।
