-मुकेश पूनिया-
बीकानेर। कोरोना आपदा के दौर में लॉकडाउन को लेकर जिला प्रशासन के पुख्ता बंदोबश्तों और चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग की टीमों सतकर्ता के कारण सेफ जोन बने बीकानेर में भी कोरोना का खतरा मंडराता नजर आ रहा है। जानकारी के अनुसार बीकानेर के तीन धार्मिक स्थलों पर तब्लीगी जमात में 31 लोग चिन्हित किये गये है,जो दिल्ली के निजामुद्दीन में हुए मकरज में शामिल होकर आये थे। इनमें से 12 लोग कोटगेट थाना इलाके में स्थित तेलियों की मजिस्द,5 लोग नई मजिस्द फड़ बाजार तथा 15 लोग मरकज मजिस्द श्रीडूंगरगढ में चिन्हित होने की खबर है। इतनी बड़ी तादाद में तब्लीगी जमात के लोग चिन्हित होने की खबर से प्रशासन और पुलिस में हड़कंप सा मच गया है और खुफिया पुलिस भी अलर्ट मोड़ में आ गई है। जानकारी में रहे रहे कि दिल्ली के निजामुद्दीन हुए मरकज में 15 से अधिक देशों के लोग शामिल हुए थे, जहां पर मजहबी कार्यक्रम आयोजित किया गया। दिल्ली में मामला सामने आने के बाद करीब दो सौ से अधिक संदिग्धों का परीक्षण किया गया है, जिसमें छह जनों की मौत हो गई और बड़ी तादाद में लोग कोरोना संक्रमित पाये गये। जानकारी के अनुसार मंगलवार की रात फड़ बाजार की तेलियों की मजिस्द में तब्लीगी जमात के लोग होने की सूचना मिलने के बाद कोटगेट पुलिस चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभागी की टीम के साथ मौके पर पहुंची और 12 लोगों को क्वांरेंटाइन करवाया,इसके अलावा नई मजिस्द में मिले लोगों से पूछताछ कर उनको क्वारेंटाइन करवाया गया है और पुख्ता तौर पर पूछताछ कर उनसे मरकज में शामिल होने के बारे में जानकारी जुटाई। इसी तरह श्रीडूंगरढ की मरकज मजिस्द में बाहर से आये हुए तब्लीगी जमात के पन्द्रह लोगों की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने पूछताछ करने के बाद उनका क्वारेंटाइन कराया। हालांकि पुलिस इन तमाम लोगों के बारे में पुख्ता जानकारी जुटा रही है लेकिन फिलहाल यह बताया गया है कि जिले में जहां कहीं भी तब्लीगी जमात के बाहरी लोग मिले है,उनमें कोई भी कोरोना संदिग्ध नहीं पाया गया है।

अलटर्ता में हुई है बड़ी चुक
दिल्ली के मरकज में 1 से 15 मार्च के बीच हुए कार्यक्रम में देश-विदेश के हजारों लोग शामिल हुए हैं। हालांकि बीकानेर में मिले ज्यादात्तर लोग 27 फरवरी को बीकानेर पहुंच चुके थे। जानकारी मिली है कि इनका 23 मार्च को बीकानेर के रास्ते दिल्ली जाना प्रस्तावित था। लेकिन 22 मार्च को लॉकडाउन होने की वजह से यह लोग यहीं फंस गए है। चौंकानें वाली बात तो यह है कि कोरोना वायरस के संक्रमण का खौफ तीन सप्ताह से बना हुआ है, इस बीच तब्लीगी जमात के यह लोग दिल्ली से बीकानेर पहुंच गए। लेकिन प्रशासन,पुलिस,चिकित्सा महकमें और खुफिया ऐजेंसियों को भनक तक नहीं लगी। अब दिल्ली में जमात के लोगों की संक्रमित संख्या को बढ़ती देख अलर्ट हुए प्रशासन ने इन्हें खोज निकाला है। ऐसे में जाहिर है कि कोरोना आपदा को लेकर बरती जा रही अलटर्ता में कहीं ना कहीं बड़ी चूक हुई है। वहीं सीएमएचओं डॉ.बीएल मीणा का कहना है कि तब्लीगी जमात के लोगों की बीकानेर में मौजूदगी की जानकारी मिलने पर तत्काल उन्हें आईसोलेशन किया गया है। स्क्रीनिंग हुई है, रिपोर्ट सामान्य है। फिर भी प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है। पल-पल की रिपोर्ट ले रहे है।

लोगों में खौफ बढ़ा,सतर्क हुई इंटेलीजेंस
करीब तीन सप्ताह पहले बीकानेर में दस्तक दे चुके इन लोगों के कारण जिलेवासियों में दशहत का माहौल पैदा हो गया है। इसमें वह लोग शामिल हैं जो समाज की गतिविधियों से जुड़े रहे हैं। लगातार लोंगों के ये संपर्क में रहे। वहीं खुफिया ऐजेंसिया अब पूरी तरह सतर्क हो गई है। खबर है कि खुफिया ऐजेंसियों ने बीकानेर में भी धार्मिक स्थलों की निगरानी बढा दी है,यहां बाहर से आये लोगों के अलावा आने जाने वाले स्थानीय लोगों पर भी नजर रखी जा रही है।