उदयपुर, 17 अप्रैल 2020- दिव्यांग लोगों की बेहतरी और उनके कल्याण में जुटे नारायण सेवा संस्थान ने वैश्विक महामारी कोविड – 19 के खिलाफ चल रही लड़ाई में अपनी भूमिका को और बढ़ाते हुए संस्थान के 6 दिव्यांग लोगों की टीम को पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट तैयार करने का काम सौंपा है। टीम पीपीई किट के निर्माण के लिए निर्धारित सभी दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन करेगी।
उक्त दिशानिर्देशों में 70 जीएसएम पीपी गैर-बुना कपड़ा (पॉलीप्रोपाइलीन) डिस्पोजेबल और इको – फ्रेंडली, थ्रेड, इलास्टिक थ्रेड (लाइक्रा), जिपर के साथ पुलर और पीपी बैग (व्यक्तिगत बैग में प्रत्येक बॉडी सूट) का उपयोग शामिल है।
स्थानीय सरकारी अधिकारियों को 1000 व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण किटों की आवश्यकता होती है और तत्काल आवश्यकता को पूरा करने के लिए टीमें अतिरिक्त घंटों में भी काम कर रही हैं। तैयार होने के बाद इन सभी पीपीई किट्स को डॉक्टरों, नर्सिंग स्टाफ और वार्ड बॉय के बीच वितरित किया जाएगा। इन किट्स में एप्रन, गाउन और सर्जिकल मास्क, दस्ताने और जूता कवर शामिल हैं। इसके अलावा, नारायण सेवा संस्थान ने पहले ही गरीबों और असहायों के बीच खाने के 31500 पैकेट, 453 राशन किट और 9000 मास्क वितरित किए हैं।
मध्य प्रदेश के देवेन्द्र लोधी और दिल्ली के विकास गर्ग ने नारायण सिलाई मशीन केंद्र से टेªनिंग ली है। ये दोनों दिव्यांग हैं और इन्होंने नारायण सेवा संस्थान में स्पेशल स्किल ट्रेनिंग भी हासिल की है। दोनों ने कहा कि ऐसे संवेदनशील समय में, हम सभी को एकजुट होकर राष्ट्र की सेवा करनी चाहिए और संकट को दूर करने के लिए स्थानीय सरकारी निकायों के साथ सहयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘लड़ाई को शांति, धैर्य और संयम के साथ जीता जा सकता है।
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नारायण सेवा संस्थान के प्रेसीडेंट श्री प्रशांत अग्रवाल ने कहा, “हम सरकार के साथ खड़े हैं और कोविड- 19 महामारी को रोकने प्रयास में हम अपनी तरफ से हरसंभव प्रयास करेंगे, ताकि वायरस को फैलने से रोक सकें और नागरिकों की सुरक्षा कर सकें। कोरोना रिलीफ टीम के 50 से अधिक स्वयंसेवक जरूरतमंदों और वंचितों को भोजन, पीपीई किट, मास्क और राशन किट प्रदान करने के लिए लगन से काम कर रहे हैं, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई भी व्यक्ति भूखा नहीं सोए।‘‘
अब तक नारायण सेवा संस्थान ने सामूहिक रूप से जरूरतमंदों और गरीबों के बीच 9000 मास्क वितरित किए हैं। संस्थान ने ऐसे ट्रकों को भी तैनात किया है, जो बीमारी को रोकने के लिए अत्यधिक आबादी वाले जोखिम वाले क्षेत्रों में सैनिटाइटर का छिड़काव कर रहे हैं।