

बीकानेर।बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित “तकनीकी शिक्षा में सार्वभौमिक मानवीय मूल्य” विषयक एक सप्ताह की ऑनलाइन कार्यशाला का राज्यपाल श्री कलराज मिश्र की अध्यक्षता में सोमवार को हुआ उद्घाटन
मानवीय मूल्यों आधारित शिक्षा और अच्छा मानवीय आचरण ही बड़ी से बड़ी समस्या का निवारण करने में सक्षम. वर्तमान समय में सार्वभोमिक मानवीय मूल शिक्षा ही समाज के विकास की सुविधा प्रदान करती है. महात्मा गाँधी के सातों सिद्धांतों में भी मानवीय मूल्यों की झलक दिखाई देती है. ये विचार राजस्थान के राज्यपाल व बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री कलराज मिश्र ने बतौर मुख्य अतिथि बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय द्वारा ऑनलाइन माध्यम से आयोजित हो रही एक सप्ताह के “तकनीकी शिक्षा में सार्वभौमिक मानवीय मूल्य” विषयक कार्यशाला के उद्घाटन समारोह में कही. श्री कलराज मिश्र ने कहा की हमारे संविधान में वर्णित आम नागरिकों के कर्तव्यों में भी मानवीय मूल्यों की शिक्षा की झलक दिखाई देती है. उन्होंने कहा की मानव की हर समस्या का हल मानवीय मूल्यों की शिक्षा ही है. नैतिक और मानवीय मूल्यों से जहां एक ओर विद्यार्थी का व्यक्तित्व निखरता है वहीं दूसरी ओर एक बेहतर नागरिक बनकर देश के विकास में वह सहयोगी बनते हैं। उन्होंने बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय द्वारा मानवीय मूल्यों की शिक्षा के सम्पूर्ण राजस्थान में प्रसार करने हेतु बीटीयु के कुलपति श्री एच डी चारण की सराहना भी की. श्री कलराज मिश्र ने कहा की सम्बन्धों का सम्बोधन मानव संबंधों के आधार पर ही निश्चित मूल्य और शिष्टता का द्योतक होता है. उन्होंने बताया की उत्पादन और उपभोग के बीच का फर्क समाज हित में होना चाहिए यही आचरण हमे मानवीय मूल्यों की शिक्षा प्रदान करती है।


समारोह के अंत में अतिथियों, विशषज्ञों, तथा प्रतिभागियों धन्यवाद ज्ञापन करते हुए बीटीयु के अकादमिक निदेशक डॉ. यदुनाथ सिंह ने कहा की वर्तमान शिक्षा प्रणाली में सार्वभोमिक मानवीय शिक्षा वास्तविकता में प्राकृतिक सिधान्तों पर आधारित एकमात्र ऐसा विषय है जो ज्ञानवान समाज के सृजन में सहायक है. निदेशक डॉ. यदुनाथ सिंह ने कहा कि प्रज्वलित मस्तिष्क पृथ्वी पर, और पृथ्वी के ऊपर और सबसे शक्तिशाली हथियार है। और यह एक अद्भुत सत्य है कि धरती पर यह सबसे शक्तिशाली हथियार शिक्षा के माध्यम से ही प्राप्त किया जा सकता है। निकट भविष्य में शिक्षा सबसे अधिक लाभदायक निवेश है। यह एक शाश्वत सत्य है कि यदि दी गई शिक्षा में मानवीय मूल्य भी हैं, तो पृथ्वी पर ही स्वर्ग प्राप्त किया जा सकता है। हम सभी को COVID-19 महामारी के वर्तमान परिदृश्य में जीवन की सच्चाई का एहसास हुआ है। सह-अस्तित्व की अवधारणा सार्वभौमिक मानव मूल्य शिक्षा का एक मुख्य और बहुत महत्वपूर्ण पहलू है। सह-अस्तित्व एक बहुत महत्वपूर्ण अवधारणा है। एक बार, हम सभी सह-अस्तित्व के प्रति अपने कर्तव्यों को भूल जाते हैं, तो प्रकृति सभी को सीखना शुरू कर देती है कि सह-अस्तित्व की अवधारणा सभी के लिए क्यों आवश्यक है। मुझे उम्मीद है कि यह कार्यशाला, जो बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय का एक अद्भुत प्रयास है, निश्चित रूप से पृथ्वी पर स्वर्ग बनाने के उन प्रयासों में मील का पत्थर साबित होगी।
डॉ सिंह ने कहा की कुछ ही समय में बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय ने स्वयं को गुणवत्तापूर्ण तकनीकी शिक्षा तथा प्रबंधन शिक्षा उपलब्ध कराने के एक महत्वपूर्ण केन्द्र के रूप में स्वयं को स्थापित कर लिया है. डॉ सिंह ने कहा की मानवीय मूल्यों की शिक्षा को अपनाते हुए बीटीयु भारत में गुणवत्तापूर्ण तकीनीकी शिक्षा, प्रशिक्षण, अनुसंधान और नवाचार सुनिश्चित करने की दृष्टि से इस संस्थान को एक उत्कृष्ट केन्द्र के रूप में स्थापित करने हेतु अपनी प्रतिबद्धता और समर्पण पर खरा उतरने हेतु कटिबद्ध है।


