जयपुर 14 मई 2020 – देश के सबसे बड़े एयर कार्गो ऑपरेटरए स्पाइसजेट ने रिकॉर्ड मात्रा में ताजा कृषि पैदावार और झींगे की ढुलाई कर भारतीय किसानों की बड़ी सहायता की है और सरकार के कृषिउड़ान और मरीन कृषिउड़ान पहलों में सहयोग प्रदान कर रहा है।


किसानों को मदद देने के लिए और यह सुनिश्चित करने के लिए कि आपूर्ति श्रृंखला बरकरार रहे और राष्ट्रव्यापी तालाबंदी के दौरान समय से और कुशल तरीके से किसान अपनी उपज का परिवहन और निर्यात कर सकेंए स्पाइसजेट ने 20 लाख किलोग्राम से अधिक ताजा पैदावार और झींगा की ढुलाई की है। एयरलाइन ने समर्पित फ्रेटर और यात्री विमानों के अपने बेड़े और विभिन्न घरेलू और अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों के लिए विशेष कार्गो उड़ानों का संचालन कर यह कार्य किया।
कृषि निर्यात को बढ़ावा देने के अपने प्रयासों के क्रम में एयरलाइन ने लॉकडाउन अवधि के दौरान देश के भीतर और बाहर दोनों जगहों पर 8 मईए 2020 तक 1070 टन कृषि पैदावार की ढुलाई की है। कुछ प्रमुख बाजारों में अबू धाबी, कुवैत, मस्कट, सिंगापुर, कोलकाता, कोच्चि, मुंबई व अन्य शामिल हैं।
भारत के मरीन कृषि उड़ान में अग्रणी स्पाइसजेट ने इस साल 25 फरवरी को झींगा की झुलाई के लिए समर्पित फ्रेटर फ्लाइट्स शुरू की थीं। यह एयरलाइन लॉकडाउन के दौरान 8 मई 2020 तक 950 टन झींगा की ढुलाई कर झींगा किसानों की मदद कर चुकी है। 25 फरवरी से 8 मई के बीच स्पाइसजेट ने करीब 1550 टन झींगा की ढुलाई की है। इस प्रोग्राम के तहत जिन प्रमुख बाजारों को सेवा प्रदान की गयी उनमें कोलकाता, चेन्नई, अहमदाबाद, सूरत और विशाखापत्तनम शामिल रहे। झींगा किसानों को समर्पित फ़्रेटर फ़्लाइट्स के न होने से समय से बीजों की ढुलाई न होने के चलते काफी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता थाए जिससे उन्हें भारी नुकसान होता।


कुल मिलाकरए लॉकडाउन अवधि के दौरानए एयरलाइन ने 6650 टन कार्गो की ढुलाई की है जिनमें कोविड.19 से जुड़ी चिकित्सा व सर्जिकल आपूर्तिए सैनिटाइज़र्स फेस मास्क कोरोनावायरस रैपिड टेस्ट किटए आईआर थर्मामीटर आदि की ढुलाई शामिल है। इस महामारी के खिलाफ छिड़ी वैश्विक जंग मेंए एयरलाइन ने अनेक मेडिकल और फार्मा कंपनियोए अंतर्राष्ट्रीय रिटेलर्स को अत्यावश्यक आपूर्तियोंए दवाइयों चिकित्सा उपकरणोंए कोल्ड चेन चिकित्सा आपूर्तियों की डोरस्टेप डिलीवरी की।
एयरलाइन ने अबू धाबी, कुवैत, सिंगापुर, हो ची मिन्ह, हांगकांग, शंघाई, बैंकॉक, कोलंबो, दुबई, काबुल, म्यांमार, शारजाह, माले, कुआलालंपुर, गुआंगझाउ, बहरीन, कंबोडिया, यूक्रेन व कई अन्य जगहों के लिए दोनों तरफ से विशेष कार्गो फ्लाइट्स चलाये हैं।
कोलकाताए स्पाइसजेट के लिए पेरिशेबल्स ;खराब होने वाली सामग्रियां और झींगा दोनों का एक प्रमुख केंद्र रहा है और लॉकडाउन के दौरान यहां ये दोनों कार्गो लगभग 470 मीट्रिक टन थे। एयरलाइन ने कोलकाता को सेवा प्रदान करते हुए चेन्नई.कोलकाता ;320 मीट्रिक टनद्धए विशाखापत्तनम.कोलकाता ;90 मीट्रिक टनद्धए कोलकाता.इम्फाल ;12 मीट्रिक टनद्ध व अन्य प्रमुख मार्गों पर लगभग 425 मीट्रिक टन झींगे की ढुलाई की। इसके अलावाए स्पाइसजेट ने कोलकाता से लगभग 45 मीट्रिक टन पेरिशेबल्स ;खराब होने वाली सामग्रियांद्ध की इम्फालए बेंगलुरूए अगरतलाए चेन्नईए मुंबई व गुवाहाटी जैसे घरेलू स्थानों तक ढुलाई की और 13 मीट्रिक टन पेरिशेबल्स कोलंबो और हांगकांग जैसे अंतर्राष्ट्रीय स्थानों पर पहुंचाए।
स्पाइसजेट के लिए चेन्नई भी झींगा का एक अन्य महत्वपूर्ण बाजार है। एयरलाइन ने लॉकडाउन के दौरान चेन्नई.कोलकाता ;320 मीट्रिक टनद्ध और चेन्नई.सूरत ;365 मीट्रिक टनद्ध जैसे प्रमुख मार्गों पर चेन्नई को सेवा प्रदान करते हुए लगभग 685 मीट्रिक टन झींगे की ढुलाई की है।


दक्षिण भारत में चेन्नई के अलावाए विशाखापत्तनम भी एक अन्य प्रमुख बाजार रहा हैए जहां से लगभग 225 मीट्रिक टन झींगा की ढुलाई की गई है। एयरलाइन ने विशाखापत्तनम से सूरत ;140 मीट्रिक टनद्ध और कोलकाता ;85 मीट्रिक टनद्ध जैसे प्रमुख घरेलू स्थानों पर झींगे की ढुलाई की है।
स्पाइसजेट घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय दोनों मार्गों पर अपने कार्गो नेटवर्क का लगातार विस्तार कर रहा है। इन मार्गों पर यह न केवल कोविड.19 संबंधित चिकित्सा आपूर्ति पहुंचा रहा हैए बल्कि यह भी सुनिश्चित कर रहा है कि भारत से अन्य देशों के लिए महत्वपूर्ण निर्यात लाइनें बरकरार रहें। एयरलाइन ने 7 अप्रैल को देश की पहली कार्गो.ऑन.सीट उड़ान चालू कीए जिसमें पैसेंजर केबिन और बेली स्पेस में महत्वपूर्ण आपूर्तियां रखकर ले जाई गयीं। तब सेए एयरलाइन द्वारा ठ737 और फ400 यात्री विमानों में नियमित रूप से यात्री केबिन में कार्गो ले जाया जा रहा है।
29 मार्च कोए स्पाइसजेट ने कोविड.19 प्रभावित ईरान से लाये गये 136 भारतीय यात्रियों के लिए दिल्ली और जोधपुर के बीच विशेष विमान चलाया और उन यात्रियों को शहर में बने सरकारी कोरंटाइन सेंटर में रखा गया।


किसानों को मदद देने के लिए और यह सुनिश्चित करने के लिए कि आपूर्ति श्रृंखला बरकरार रहे और राष्ट्रव्यापी तालाबंदी के दौरान समय से और कुशल तरीके से किसान अपनी उपज का परिवहन और निर्यात कर सकेंए स्पाइसजेट ने 20 लाख किलोग्राम से अधिक ताजा पैदावार और झींगा की ढुलाई की है। एयरलाइन ने समर्पित फ्रेटर और यात्री विमानों के अपने बेड़े और विभिन्न घरेलू और अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों के लिए विशेष कार्गो उड़ानों का संचालन कर यह कार्य किया।
कृषि निर्यात को बढ़ावा देने के अपने प्रयासों के क्रम में एयरलाइन ने लॉकडाउन अवधि के दौरान देश के भीतर और बाहर दोनों जगहों पर 8 मईए 2020 तक 1070 टन कृषि पैदावार की ढुलाई की है। कुछ प्रमुख बाजारों में अबू धाबी, कुवैत, मस्कट, सिंगापुर, कोलकाता, कोच्चि, मुंबई व अन्य शामिल हैं।
भारत के मरीन कृषि उड़ान में अग्रणी स्पाइसजेट ने इस साल 25 फरवरी को झींगा की झुलाई के लिए समर्पित फ्रेटर फ्लाइट्स शुरू की थीं। यह एयरलाइन लॉकडाउन के दौरान 8 मई 2020 तक 950 टन झींगा की ढुलाई कर झींगा किसानों की मदद कर चुकी है। 25 फरवरी से 8 मई के बीच स्पाइसजेट ने करीब 1550 टन झींगा की ढुलाई की है। इस प्रोग्राम के तहत जिन प्रमुख बाजारों को सेवा प्रदान की गयी उनमें कोलकाता, चेन्नई, अहमदाबाद, सूरत और विशाखापत्तनम शामिल रहे। झींगा किसानों को समर्पित फ़्रेटर फ़्लाइट्स के न होने से समय से बीजों की ढुलाई न होने के चलते काफी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता थाए जिससे उन्हें भारी नुकसान होता।


कुल मिलाकरए लॉकडाउन अवधि के दौरानए एयरलाइन ने 6650 टन कार्गो की ढुलाई की है जिनमें कोविड.19 से जुड़ी चिकित्सा व सर्जिकल आपूर्तिए सैनिटाइज़र्स फेस मास्क कोरोनावायरस रैपिड टेस्ट किटए आईआर थर्मामीटर आदि की ढुलाई शामिल है। इस महामारी के खिलाफ छिड़ी वैश्विक जंग मेंए एयरलाइन ने अनेक मेडिकल और फार्मा कंपनियोए अंतर्राष्ट्रीय रिटेलर्स को अत्यावश्यक आपूर्तियोंए दवाइयों चिकित्सा उपकरणोंए कोल्ड चेन चिकित्सा आपूर्तियों की डोरस्टेप डिलीवरी की।
एयरलाइन ने अबू धाबी, कुवैत, सिंगापुर, हो ची मिन्ह, हांगकांग, शंघाई, बैंकॉक, कोलंबो, दुबई, काबुल, म्यांमार, शारजाह, माले, कुआलालंपुर, गुआंगझाउ, बहरीन, कंबोडिया, यूक्रेन व कई अन्य जगहों के लिए दोनों तरफ से विशेष कार्गो फ्लाइट्स चलाये हैं।
कोलकाताए स्पाइसजेट के लिए पेरिशेबल्स ;खराब होने वाली सामग्रियां और झींगा दोनों का एक प्रमुख केंद्र रहा है और लॉकडाउन के दौरान यहां ये दोनों कार्गो लगभग 470 मीट्रिक टन थे। एयरलाइन ने कोलकाता को सेवा प्रदान करते हुए चेन्नई.कोलकाता ;320 मीट्रिक टनद्धए विशाखापत्तनम.कोलकाता ;90 मीट्रिक टनद्धए कोलकाता.इम्फाल ;12 मीट्रिक टनद्ध व अन्य प्रमुख मार्गों पर लगभग 425 मीट्रिक टन झींगे की ढुलाई की। इसके अलावाए स्पाइसजेट ने कोलकाता से लगभग 45 मीट्रिक टन पेरिशेबल्स ;खराब होने वाली सामग्रियांद्ध की इम्फालए बेंगलुरूए अगरतलाए चेन्नईए मुंबई व गुवाहाटी जैसे घरेलू स्थानों तक ढुलाई की और 13 मीट्रिक टन पेरिशेबल्स कोलंबो और हांगकांग जैसे अंतर्राष्ट्रीय स्थानों पर पहुंचाए।
स्पाइसजेट के लिए चेन्नई भी झींगा का एक अन्य महत्वपूर्ण बाजार है। एयरलाइन ने लॉकडाउन के दौरान चेन्नई.कोलकाता ;320 मीट्रिक टनद्ध और चेन्नई.सूरत ;365 मीट्रिक टनद्ध जैसे प्रमुख मार्गों पर चेन्नई को सेवा प्रदान करते हुए लगभग 685 मीट्रिक टन झींगे की ढुलाई की है।


दक्षिण भारत में चेन्नई के अलावाए विशाखापत्तनम भी एक अन्य प्रमुख बाजार रहा हैए जहां से लगभग 225 मीट्रिक टन झींगा की ढुलाई की गई है। एयरलाइन ने विशाखापत्तनम से सूरत ;140 मीट्रिक टनद्ध और कोलकाता ;85 मीट्रिक टनद्ध जैसे प्रमुख घरेलू स्थानों पर झींगे की ढुलाई की है।
स्पाइसजेट घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय दोनों मार्गों पर अपने कार्गो नेटवर्क का लगातार विस्तार कर रहा है। इन मार्गों पर यह न केवल कोविड.19 संबंधित चिकित्सा आपूर्ति पहुंचा रहा हैए बल्कि यह भी सुनिश्चित कर रहा है कि भारत से अन्य देशों के लिए महत्वपूर्ण निर्यात लाइनें बरकरार रहें। एयरलाइन ने 7 अप्रैल को देश की पहली कार्गो.ऑन.सीट उड़ान चालू कीए जिसमें पैसेंजर केबिन और बेली स्पेस में महत्वपूर्ण आपूर्तियां रखकर ले जाई गयीं। तब सेए एयरलाइन द्वारा ठ737 और फ400 यात्री विमानों में नियमित रूप से यात्री केबिन में कार्गो ले जाया जा रहा है।
29 मार्च कोए स्पाइसजेट ने कोविड.19 प्रभावित ईरान से लाये गये 136 भारतीय यात्रियों के लिए दिल्ली और जोधपुर के बीच विशेष विमान चलाया और उन यात्रियों को शहर में बने सरकारी कोरंटाइन सेंटर में रखा गया।
स्पाइसजेट ने सरकार के अनुरोध पर 27 मार्च को दिल्ली से कोयम्बटूर के लिए एक विशेष चार्टर उड़ान का संचालन किया और एक हज़मत सूट पहुँचाया जिससे स्थानीय प्राधिकरणों को उसकी नकल कर स्थानीय स्तर पर निर्माण शुरू करने में मदद मिल रहा है।
