जिलाध्यक्ष ताराचन्द सारस्वत ने महान विभूति श्यामाप्रसाद मुखर्जी को नमन करते हुवे बताया कि जब कश्मीर में धारा 370 लगी थी तब श्यामाप्रसाद मुखर्जी ने इसका भयंकर विरोध किया कि देश मे दो निशान दो विधान दो प्रधान नही चलेंगे उन दिनों कश्मीर में वीजा लेकर जाना पड़ता था परन्तु मुखर्जी ने कहा कि कश्मीर में मैं वीजा लेकर नही जाऊंगा कश्मीर हमारे भारत का ही अंग है मुखर्जी बीना वीजा कश्मीर के लिए गए ओर रास्ते मे वो गिरफ्तार हो गए और जैल में उनकी हत्या हुई लेकिन उनका बलिदान व्यर्थ नहीं गया आज भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व अमित शाह के नेतृत्व में कश्मीर में धारा 370 हटाकर देश को सबसे बड़ा तोहफ़ा भाजपा सरकार ने दिया है ।

