बीकानेर। राजकीय सेठ भैरूदान चौपड़ा उच्च माध्यमिक विद्यालय की एलुमिनि “प्रतिध्वनि” में सम्मिलित हुए 1935-1970 तक के विद्यार्थी एक दूजे को देखकर भाव विभोर हो उठे। एक दूसरे से गलबहिंया करते हुए अपने छात्र-जीवन की यादों में रम गए। यह स्मरणीय व एतिहासिक मौका था हंसा गेस्ट हाऊस मे आरम्भ हुए दो दिवसीय प्रथम ऐलुमिनि का।
उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता करते हुए गायत्री शक्तिपीठ के अधिष्ठाता पं. रामेश्वरानन्दजी ने संस्कारों से परिपूर्ण शिक्षा व शैक्षिक वातावरण की पैरवी की और कहा कि निश्चित ही ऐसे आयाम वर्तमान पीढी को संस्कारों से रूबरू करवाने का एक सशक्त माध्यम तो है ही साथ ही नवाचारों से भी परिपूर्ण है। मुख्य अतिथि के रूप में अपने संबोधन में सांसद अर्जुनराम मेघवाल ने कहा कि चौपड़ा स्कूल के विकास के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय से विशेष योजना स्वीकृत कराने का भरसक प्रयास करेंगे। उन्होंने इस आयोजन के लिए चौपड़ा स्कूल के प्राचार्य मोहरसिंह यादव, कार्यक्रम के संयोजक करनीदान कच्छावा, सहसंयोजक गुलाबचन्द एवं उनके स्टाफ का भरपूर साधुवाद ज्ञापित किया।
स्कूल के ट्रस्टी एवं प्रमुख व्यावसायी प्रदीप चौपड़ा ने विशिष्ट अतिथि के रूप में अपने सम्बोधन में चौपड़ा स्कूल के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए एलूमिनि सहित अन्य कार्यक्रमों को निरन्तर जारी रखने के लिए अपनी ओर से पूर्ण सहयोग की घोषणा की। ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की बीकानेर संभाग प्रमुखा कमल बहन एवं भाजपा के शहर जिलाध्यक्ष सत्यप्रकाश आचार्य ने भी विशिष्ट अतिथियों के रूप में संबोधित किया।
एलुमिनि के संयोजक करनीदान कच्छावा एवं सहसंयोजक गुलाबचन्द ने बताया कि इस अवसर पर एलुमिनि वरिष्ठ पत्रकार जैन लूणकरण छाजेड ने कहा कि हम जिस स्कूल में पढ़े हैं उसके लिए ऐसा कुछ करें कि भावी पीढ़ि को गर्व के साथ कह सकें कि हम इस चौपड़ा स्कूल के छात्र थे। उन्होंने कहा कि हमारे बैच के शुभकरण बोथरा ने राजस्थान बोर्ड में प्रथम स्थान प्राप्त करके स्कूल को गौरवान्वित किया था, यह उपलब्धि आगामी वर्षो में यह स्कूल पुनः हासिल करे। एलुमिनि हंसराज डागा, जतनलाल दूगड़, कन्हैयालाल बोथरा, भंवरलाल बड़गुजर, आसकरण पारख, कानीराम डाकलिया, केसरीचन्द सेठिया, मोहनलाल सेठिया, डॉ.महादेव शर्मा पूर्व शिक्षाधिकारी अमोलसिंह भदौरिया, चैतनदेव शर्मा, पूनमचन्द सेठिया, हरिशंकर गोयल, मालचन्द सोनी सहित तत्कालीन छात्रों व शिक्षकों ने अपने-2 संस्मरण प्रस्तुत किए।
प्राचार्य मोहरसिंह यादव ने आयोजन की रूपरेखा व महता प्रकट की। आभार ज्ञापन करनीदान कच्छावा ने किया जबकि मंच संचालन गिरिराज खैरीवाल ने किया। सभी अतिथियों को मोहरसिंह यादव, करनीदान कच्छावा, हंसराज डागा, कनक चौपड़ा व प्रदीप चौपड़ा ने स्मृति चिन्ह भेंट किए।
उम्र दराज संभागियों ने जोश के खेला सतोळिया
द्वितीय सत्र के दौरान राजकीय चौपड़ा स्कूल प्रांगण में तत्कालीन पारंपरिक खेल गिल्ली डंडा, सतोलिया इत्योदि आयोजित किए गए जिनमे तत्कालीन वर्तमान उम्रदराज विद्यार्थियों ने पूरे जोश के साथ सहभागिता की। इस अवसर पर सभी संभागियों ने स्कूल का अवलोकन भी किया व वर्तमान व्यवस्थाओं की खुले मन से प्रशंसा की।
सायंकालीन सत्र में हंशा ऑडिटोरियम में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ। जिसमें संभागियों व आमंत्रित कलाकारों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां पेश की।
रविवार को होगा सम्मान एवं सांस्कृतिक संध्या के साथ “प्रतिध्वनि” का समापन
कार्यक्रम संयोजक करनीदान कच्छावा के अनुसार कार्यक्रम के दूसरे दिन के आयामों का शुभारम्भ पिकनीक के साथ प्रातः 9ः00 बजे होगा। सम्मिलित संभागी हंशा गेस्ट हाऊस से बसों द्वारा नाल स्थित फनवर्ल्ड वाटर पार्क जाऐंगे।
दोपहर में 3ः00 बजे हंशा ऑडिटोरियम में सम्मान समारोह आयेजित किया जाएगा। जिसमें संवित सोमगिरि महाराज, महापौर नारायण चौपड़ा, आईजी गिर्राज मीणा, पूर्व मंत्री बी.डी.कल्ला, महावीर रांका, व उद्यमी डी.पी.पच्चिसीया अतिथियों के रूप में सम्मिलित होंगे। इस कार्यक्रम मे सभी संभागियों एवं तत्कालीन शैक्षणिक स्टॉफ को सम्मानित किया जाएगा।
सांयकाल 6ः00 बजे रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम मे मोमासर के 120 कलाकार विभिन्न लोक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां प्रस्तुत करेंगे। गींदड़, चंगधमाल, घूमर, स्वांग इत्यादि कि मनमोहक लोक प्रस्तुतियां इस कार्यक्रम की आकर्षण होगी।
बीकानेर में होगा हेरिटेज वॉक का उद्घाटन
बीकानेर की सांस्कृतिक संस्था लोकायन विगत 16 वर्षों से बीकानेर की सांस्कृतिक, ऐतिहासिक एवं लोक संस्कृति को बचाने के लिए कार्य कर रही है। पिछले पांच वर्षो से लोकायन बीकानेर के धरोहरों को बचाने के अभियान को भी निरंतर आगे बढ़ाता आ रहा है। आपका समाचार पत्र भी समय समय पर बीकानेर की हवेलियों की दुर्दषा पर सामग्री प्रकाशित करता रहा है। हम सभी के प्रयासों के परिणामस्वरूप बीकानेर की हवेलियों को विश्व स्मारक निधि, न्यूयॉर्क की वॉच लिस्ट में भी शामिल किया जा चुका है।
बीकानेर शहर की पुरातत्व महत्व की ईमारतों एवं हवेलियों को संरक्षित करने के उद्देश्य से दिनांक 28 फरवरी 2016 को सुबह 7ः30 बजे भांडाशाह जैन मंदिर एवं लक्ष्मीनाथजी मंदिर से ‘हेरिटेज वॉक’ का आयोजन किया जाएगा। शहर के पुरातत्व महत्वों वाले रास्तों से गुजरने वाली इस वॉक का उद्घाटन बीकानेर नगर निगम महापौर नारायण चौपड़ा, उपमहापौर अशोक आचार्य, लोकायन अध्यक्ष महावीर स्वामी, इतिहासविद कृष्णचंद्र शर्मा, अहमदाबाद के हेरिटेज विशेषज्ञ देबाशीश नायक एवं कोलकाता के प्रदीप चौपड़ा के हाथों किया जायेगा।
लोकायन के सचिव गोपाल सिंह चौहान ने बताया कि बीकानेर को एतिहासिक दृष्टि से ओर अधिक विकसित करने के उद्देश्य से बड़ौदा स्कूल ऑफ आर्ट के 100 से अधिक छात्र-छात्राएं वॉक के दौरान बीकानेर की हवेलियांे, ऐतिहासिक इमारतों, मंदिरों, मस्जिदों, पुराने शहर की चार दिवारी, प्राचीन दरवाजे तथा अन्य ऐतिहासिक स्थलों का परीक्षण कर अपनी रिपोर्ट सौपेंगी। ये छात्र-छात्राएं हेरिटेज विशेषज्ञ नीरव हीरपारा के निर्देशन में महापौर नारायण चौपड़ा के प्रयासों से बीकानेर के हेरिटेज संरक्षण हेतु नया प्लान बनाने बीकानेर आये हैं।
बड़ौदा से आये इन छात्र छात्राओं के साथ बीकानेर के युवा चित्रकार मोना सरदार डूडी, रवि शर्मा एवं कमल जोशी इस सर्वेक्षण में सहयोग कर रहे हैं।