– पुलिस में 10 दिन पूर्व करवाया था मामला दर्ज।
खाकी पर उठने लगे सवाल।
-चाचा गांव के पास हुआ जानलेवा हमला।
– पुलिस के दो अधिकारिंयो पर आरोपियों को सह देना का आरोप।
ओम एक्सप्रेस -पोकरण।
लोकतंत्र के चौथे प्रहर पर हमला होना समाज व मीडिया जगत पर कुठाराघात है। मंगलवार की शाम को खेतोलाई व चाचा गांव के पास 7 से 8 हमलावरों ने पोकरण के पत्रकार पर लाठी, सरियो से जानलेवा हमला किया। मौके से आरोपी फरार हो गए। घटना के तुरन्त बाद गंभीर अवस्था मे पत्रकार सावलदान रतनु को पोकरण स्थित राजकीय चिकित्सालय लाया गया। जहां पुलिस को लिखित बयान देने के बाद रतनु को जोधपुर रैफर कर दिया। मंगलवार की शाम को हमले में लिप्त चार आरोपी दोपहर के समय पुलिस थाना पोकरण में पुलिस के एक अधिकारी के चेम्बर में दिखाए दिए। उसके बाद शाम को आरोपियों ने एकजुट होकर पत्रकार पर हमला कर दिया। इस पूरे प्रकरण में लाठी थानाधिकारी व पोकरण थाने के एक पुलिस अधिकारी की आरोपियों के साथ मिलिभगत सामने आ रही है।
सबसे बड़ा सवाल जब दस दिन पूर्व पुलिस थाना पोकरण में आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए मुकदमा दर्ज करवाया गया था तो पुलिस किस बात का इंतजार कर रही थी।अगर पुलिस द्वारा आरोपियों को गिरफ्तार व दोषी पुलिस के अधिकारिंयो को निलंबित नही किया गया तो पत्रकार संघ पोकरण द्वारा धरना व प्रदर्शन किया जाएगा। जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेवारी प्रशासन की होगी।