-सरकार की सियासत में उठा सियासी तूफान

जयपुर।ओम एक्सप्रेस-सीएम अशोक गहलोत ने सचिन पायलट पर निशाना साधते हुए कहा है कि वे 7 साल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रहे है यह बड़ी बात है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने उन पर विश्वास जताया। सिर्फ दस बारह वर्ष में वे सब कुछ बन गए, ऐसा बहुत कम देखने में आता है। कम उम्र में पायलट को बहुत कुछ मिला। गहलोत ने होटल फेयर माउंट में मीडिया से बातचीत में यह भी कहा कि मैं जानता था पायलट निकम्मा और धोखेबाज है।मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के तीखे हमलों पर सचिन पायलट ने भी जवाब दिया है. पायलट ने कहा कि कहा इस तरह के बयानों से दुखी हूं लेकिन हैरान नहीं. गहलोत बोले, इतिहास में यह पहली बार हुआ है जब पार्टी अध्यक्ष ही विधायकों को खरीद कर खुद की सरकार गिराने की साजिश कर रहा हो। गहलोत ने कहा कि मानेसर में विधायकों से मोबाइल ले लिये गए हैं,हमारे यहां मोबाइल फ्री है, वहां से मेरे पास फोन आ रहे है। कोई नाई से फोन करा रहे तो कोई वेटर से फोन करा रहा है। बाउंसर लगा रखे है। पायलट खुद साजिश में शामिल है। हम तो कोरोना की लड़ाई लड़ रहे है। पायलट की भी जिम्मेदारी बनती थी।

गहलोत ने कहा कि अब तो भाजपा के लोग भी बोल रहे है कि उनका कदम आत्मघाती होगा। हम न्याय मिलेगा। हमारे पास पूरा बहुमत है। भैंरो सिंह शेखावत की भी सरकार गिराने की साजिश की गई थी, उस वक्त देश में पी वी नरसिम्हाराव की सरकार थी। मुझसे भी संपर्क किया गया था लेकिन मैं षडयंत्र में शामिल नहीं हुआ। मैंने तत्कालीन राज्यपाल बलिराम भगत से भी यहीं बात कही। जब कोई सीएम अपनी बीमारी का इलाज कराने विदेश गया है, उस वक्त सरकार गिराने का काम करें यह राजस्थान की परम्परा नहीं है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के तीखे हमलों पर सचिन पायलट ने भी जवाब दिया है. पायलट ने कहा कि कहा इस तरह के बयानों से दुखी हूं लेकिन हैरान नहीं. यह राजस्थान में सरकार के नेतृत्व के खिलाफ आवाज उठाने का नतीजा है. यह हमला मेरी इमेज खराब करने की कोशिश है. विधायक जिन्होंने मुझ पर खरीद-फरोख्त करने के आरोप लगाए हैं, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करूंगा.बता दें कि राजस्थान सरकार की सियासत में उठा सियासी तूफान अभी तक थमा नहीं है. इस समय सीएम अशोक गहलोत के तेवर काफी तीखे हैं. आज सचिन पायलट पर हमला बोलते हुए उन्होंने पायलट को निकम्मा तक बोल दिया है.