इस दौरान संसदीय सचिव डॉ. विश्वनाथ मेघवाल, सांसद अर्जुन राम मेघवाल, कार्यवाहक जिला कलक्टर बी.एल.मेहरड़ा, मुख्य अभियन्ता (ग्रामीण) अखिल कुमार जैन और जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के स्थानीय अधिकारी साथ थे। पीएचइडी मंत्राी ने शोभासर जलाशय एवं फिल्टर प्लांट का अवलोकन किया। उन्होंने नोखा दैया (जयमलसर) में शहरबोरला में नागौर जलप्रदाय योजना के द्वितीय चरण के कार्यों को देखा। उन्होंने शोभासर जलाशय की जलभराव क्षमता और इसके फिल्टर प्लांट से बीकानेर शहर को प्रतिदिन सप्लाई किए जा रहे पानी के बारे में जानकारी ली।
पीएचइडी के अतिरिक्त मुख्य अभियन्ता बी.कृष्णन् ने बताया कि इस फिल्टर प्लांट से वर्तमान में 20 एमएलडी पानी बीकानेर शहर को दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 46 करोड़ रूपये के नए काम शुरू किए गए हैं। इन कार्यों के पूर्ण होने के बाद शहर को 40 एमएलडी स्वच्छ पानी की आपूर्ति होने लगेगी। इस अवसर पर डा.सत्य प्रकाश आचार्य, मोहन सुराणा, सलीम भाटी, पूर्व पार्षद अरविंद किशोर आचार्य, आनंद जोशी आदि मौजूद थे।
नागौर जलप्रदाय योजना का निरीक्षण
माहेश्वरी ने दैया शहरबोरला (जयमलसर) में नागौर जलप्रदाय योजना के द्वितीय चरण के कार्याें का निरीक्षण किया और इस योजना के तहत अवाप्त हुई भूमि से प्रभावित किसानों के अभाव अभियोग सुने। उन्होंने यहां बन रहे वाटर रिजर्ववायर का अवलोकन किया और कहा कि लक्षित समय पर कार्य पूरी गुणवत्ता के साथ पूरा किया जाए।
इसके बाद जयमलसर के सरपंच पवन रामावत की अगवाई में मिले प्रतिनिधि मण्डल के साथ उन्होंने बैठक की और जन प्रतिनिधियों के अभाव-अभियोग सुने। जयमलसर सरपंच ने मांग करते हुए कहा कि जिन किसानों की जमीन इस परियोजना के लिए अवाप्त की गई है, उन्हंे उचित मुआवजा दिया जाये अथवा जमीन के बदले जमीन दिलाई जाए। इस पर मंत्राी ने मौके पर ही कार्यवाहक जिला कलक्टर बी.एल.मेहरड़ा से कहा कि अगर क्षेत्रा में आवश्यकता के अनुसार भूमि उपलब्ध है, तो प्रभावित काश्तकारों को स्थानीय स्तर निर्णय लेकर, जमीन दी जाए और अगर उन्हें ऐसा लगता है कि यह मामला राज्य सरकार स्तर पर निर्णित होना है, तो प्रस्ताव बनाकर भेजे जाए। उन्होंने किसानों को भरोसा दिलाया कि उनके साथ न्याय होगा।
जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्राी ने जलप्रदाय योजना के ठेकेदारों कोे स्थानीय लोगांे को रोजगार देने के निर्देश दिए और कहा कि जिन लोगों के पास ट्रेक्टर डम्पर हैं, उनके ट्रेक्टर रोटेशन के आधार पर काम पर लगाए जाएं। उन्हें जब यह पता चला कि कार्यस्थल पर असमाजिक तत्वों द्वारा बाधा पहुंचाई जा रही है, तो उन्होंने अतिरिक्त मुख्य अभियन्ता को ऐसे लोगों के विरूद्ध थाने में प्राथमिकी दर्ज करवाने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर अधीक्षण अभियन्ता दीपक बंसल, अधिशाषी अभियन्ता विजय वर्मा, अधिशाषी अभियंता अभियन्ता अजय शर्मा सहायक अभियन्ता दिनेश कुमार चौधरी अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
पांचोलाई तलाई पर किया श्रमदान
जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी एवं भू-जल मंत्राी किरण माहेश्वरी ने मुख्यमंत्राी जल स्वावलम्बन अभियान के तहत नाल ग्राम पंचायत की पांचोलाई तलाई पर श्रमदान किया। उन्होंने स्वयं तलाई में फावडे़ से खुदाई की और तगारी से मिट्टी डाली। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि जल है तो कल है, इसी भावना से यह अभियान शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि इस अभियान मंे लगातार आमजन की भागीदारी बढ़ रही है। इस अवसर पर जलग्रहण योजना के अधीक्षण अभियन्ता सुखलाल मीना ने बताया कि इस तलाई पर 16.21 लाख रूपये खर्च कर, तलाई का जीणोर्द्धार करवाया जा रहा है। यह कार्य 30 जून तक पूरा कर लिया जायेगा।
इस अवसर पर संसदीय सचिव डॉ.विश्वनाथ मेघवाल, सांसद अर्जुनराम मेघवाल, डॉ. सत्य प्रकाश आचार्य, डॉ. मीना आसोपा, सलीम भाटी, मोहन सुराणा, किशोर आचार्य,, तारादेवी, कामिनी भोजक, मधुरिमा सिंह, सुमन जैन, सुषमा बिस्सा, विमला मेघवाल, विजय लक्ष्मी, अजूं जैन आदि ने भी श्रमदान किया।
आईजीएनपी क्षेत्र की विभागीय डिग्गियों का निरीक्षण
जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्राी किरण माहेश्वरी ने इंदिरा गांधी नहर परियोजना क्षेत्रा में विभागीय डिग्गियों का निरीक्षण किया और शुद्ध पेयजल के बारे में ग्रामीणों से चर्चा की।
माहेश्वरी ने शुक्रवार को संसदीय सचिव डॉ.विश्वनाथ मेघवाल और विभागीय अधिकारियों के साथ आर.डी. 685 के मुख्य जल पम्प का निरीक्षण किया और इस डिग्गी पर पानी को शुद्ध किए जाने वाली प्रक्रिया को देखा।
अतिरिक्त मुख्य अभियन्ता बी.कृष्णन् ने उन्हें बताया कि क्षेत्राीय जल योजना रमई चकोसा मुख्य हैड वर्क्स की आर.डी. 685 पर बनी है। इस हैड वर्क्स पर 2500 किलोलीटर क्षमता के तीन रॉ वाटर स्टोरेज टैंक, 23 किलो प्रति घन्टा की उत्पादन क्षमता के दो स्लो सैण्ड फिल्टर, स्वच्छ जलाश्य तथा सैलो नलकूप बना हुआ है। उन्होंने बताया कि सीमान्त क्षेत्रा विकास कार्यक्रम के तहत विद्युत उपलब्धता में सुधार के लिए विद्युत विभाग को सेपरेट फीडर के लिए 24.88 लाख का डिमाण्ड नोट दिसम्बर 15 में दिया गया था, जो पूर्ण हो गया है। उन्होंने बताया कि नहरी जलप्रदाय योजना के सुधार के लिए मुख्यमंत्राी घोषणा के तहत 91.64 लाख रूपये की योजना स्वीकृत है, जिसका कार्य प्रगति पर है। इस योजना के अन्तर्गत रेपिड ग्रेवटी फिल्टर का निर्माण व हैड वर्क्स सुधार मय 5 वर्ष संधारण व संचालन का प्रावधान किया गया है।
इस अवसर पर मोहम्मद सलीम भाटी ने गांव एवं ढाणियों में शुद्धपेयजल के लिए छोटे-छोटे फिल्टर (आर.ओ.) सुलभ करवाने का सुझाव दिया। मंत्राी माहेश्वरी ने बताया कि राज्य की 1 हजार स्कूलों में डोमेस्टिक फिल्टर लगाने का कार्य प्रारंभ किया गया है। इसमें 25 लीटर का टैंक होता है,जो कि दो पार्ट में बना हुआ है। उन्होंने इस कार्य के लिए सांसद व विधायक कोष के माध्यम से खाजूवाला क्षेत्रा में लगाने की आवश्यकता जताई।