– जीडीपी का हार्ट अटैक से हुआ निधन, उठावनी कर जताया गया शोक
– अच्छे दिन का भोपू बजाने वाली सरकार ने अर्थव्यवस्था की हालत कर दी पंचर
आगरा। देश में जीडीपी मैं तेजी से आई गिरावट से राजनीति में भूचाल ला दिया है कांग्रेश नेता अलग-अलग शहरों में धरना प्रदर्शन कर जीडीपी की उठानी मैं मौन रखकर प्रदर्शन कर रहे हैं तो कहीं कांग्रेसी नेताओं ने ट्वीट के माध्यम से तेज गिरावट को लेकर भाजपा सरकार पर निशाना साद रहे हैं वही सरकार से ट्यूब के माध्यम से मांग कर रहे हैं कि अर्थव्यवस्था को नष्ट करने का जिम्मेदार कौन है उन्होंने यहां तक कहा है कि अच्छे दिन का भोपू बजाने वाली सरकार ने अर्थव्यवस्था की हालत पंचर कर दी है प्रियंका गांधी ने यह ट्वीट किया कि जीडीपी विकास दर से साफ है कि अच्छे दिन का भोपू बजाने वाली भाजपा सरकार ने अर्थव्यवस्था की हालत पंचर कर दी है प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया है कि अच्छे दिन का भोपू बजाने वाली बसपा सरकार ने अर्थव्यवस्था की हालत पंचर कर दी है न डीजीपी ग्रोथ है न रुपए की मजबूती रोजगार गायब है अब तो साफ करो कि अर्थव्यवस्था को नष्ट कर देने की यह किसकी करतूत है गौरतलब है कि शुक्रवार 30 अगस्त को जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार विनिर्माण क्षेत्र में गिरावट और कृषि उत्पादन की स्थिति डीजीपी वृद्धि मैं यह गिरावट देश की आर्थिक वृद्धि दर 2019- 20 की अप्रैल-जून तिमाही में घटकर पांच फ़ीसदी रह गई पिछले छह साल का न्यूनतम स्तर है वही लगातार देश की जीडीपी में हो रही गिरावट को लेकर आगरा कांग्रेस पार्टी ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है। जीडीपी की गिरावट को लेकर कांग्रेस पार्टी की ओर से घटिया स्थित हरियाली वाटिका में जीडीपी की उठावनी कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बढ़चढ़ कर भाग लिया और जीडीपी की पोस्टर व बैनर पर माल्यार्पण और पुष्प अर्पित कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इस दौरान सभी ने जीडीपी की उठावनी में मौन रखा और फिर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की।
वरिष्ठ कांग्रेसी राम टंडन ने कहा कि देश की जीडीपी सुस्त पड़ी हुई है और पिछले कई सालों से उसमें लगातार गिरावट आ रही है लेकिन फिर भी देश के मुखिया का इस ओर ध्यान नहीं है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2016-17 में भारत की जीडीपी में 8.3 फीसद की ग्रोथ दर्ज की गई थी। इसके बाद वित्त वर्ष 2017-18 में जीडीपी ग्रोथ में गिरावट आई और यह 7 फीसद दर्ज की गई। वित्त वर्ष 2018-19 में देश की जीडीपी में और गिरावट आई और यह 6.1 फीसद रही। इसके बाद वित्त वर्ष 2019-20 में जीडीपी ग्रोथ और घटकर 4.2 फीसद पर आ गई। ऐसा लगता है कि अब जीडीपी ग्रोथ की किसी ने हत्या कर दी हो। इसलिए आज उसकी उठावनी करके देश की सरकार का ध्यान इस ओर खींचने का प्रयास किया गया है।
कांग्रेसियों का कहना है कि देश की GDP का पिछले 6 वर्ष से लगातार स्वास्थ्य ख़राब हो रहा है। नवम्बर 2016 में GDP को हॉर्ट अटैक हुआ और वह अस्पताल में एडमिट हुआ था। फिर जुलाई 2017 में स्वास्थ्य बेहद नाज़ुक हो गया। अक्तूबर 2018 में स्थित खराब होने पर देश की जीडीपी को ICU में भर्ती कराना पड़ा। अस्वस्थ्य GDP डाक्टर मोदी और डाक्टर अमित शाह के गहन चिकित्सीय संरक्षण में थी। मार्च 2020 में दोनों डाक्टर ने इस मरीज़ को और गहन चिकित्सीय निगरानी में होने के बाद भी जीडीपी कोमा में चली गयी। कोमा में लम्बे समय से रहने के बाद अब GDP का देहांत हो गया। इसलिए आज सभी शोक संवेदनाएं देने के लिए एकत्रित हुए है। कांग्रेसियों का कहना है कि हम सब इससे दुःख से बेहद दुखी हैं। हम सब आज इस दुःख में शामिल होने के लिए इस उठावनी में आए हैं।
जीडीपी की उठावनी में शामिल होने वालों में भारत भूषण गप्पी, गोपाल गुरु, धर्मेंद्र शर्मा, अपूर्व शर्मा, शौर्य तिवारी, अंकित जैन, गौरव शर्मा, विवेक गौतम, ताहिर हुसैन, लक्ष्मीनारायण सिंह, भेष बंसल , दिलीप वर्मा, कृष्णा तिवारी, माया माहौर, शिरोमणि सिंह,आशाराम प्रजापति, अनिल सिंह, अज़हर वरसी, वासिद अली, वासिव अली, अनवार सिद्दीकी, राकेश शर्मा, रविन्द्र भार्गव आदि मौजूद रहे।