प्रस्तुत कर्ता : हरप्रकाश मुंजाल, अलवर ।

अलवर के दिल्ली दरवाजा बाहर मीणा पाड़ी मोहल्ले से निकले जगमोहन शर्मा ऐसे पत्रकार हैं जिन्होंने अलवर से प्रकाशित दैनिक सांध्यज्योति दर्पण में” सम्पदक के नाम पत्र” लिखकर अपने अंदर पत्रकारिता की ललक जगाई और बाद में सीधे राज्यस्तरीय अखबार राष्ट्रदूत में ट्रेनी के रूप में भर्ती हुए और अपनी मेहनत के बलबूते आज उन्होंने एक महत्वपूर्ण मुकाम हासिल कर लिया है। ये विगत 15 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में कार्यरत हैं ।

ये 2004 में राष्ट्रदूत जयपुर में प्रशिक्षु पत्रकार के रूप में भर्ती हुए और एक साल बाद राजस्थान पत्रिका समूह से जुड़ गए । दो वर्ष बाद सब एडिटर बने । 2010 सीनियर सब एडिटर, 13 में चीफ सब एडिटर और 2016 में डिप्टी न्यूज़ एडीटर पर पदोन्नत हुए । ये 2005 से 2014 तक पत्रिका समूह के डेली न्यूज अखबार में रहे । बाद में राजस्थान पत्रिका में आये । इस समय ये आयकर विभाग, ईडी, जीएसटीइंटेली जैसे विभाग देख रहे हैं । इन्हें सामाजिक , उधोगिक संगठन, एसबीआई आदि की ओर से सम्मानित भी किया जा चुका है ।
एक मामूली से परिवार से निकले जगमोहन अब अपने कैरियर से संतुष्ट हैं । इनके पिता जी रोडवेज में परिचालक के पद से रिटायर हुए हैं । इनके पिता जी कब इन्हें पूर्ण सहयोग रहा । तभी ये अपनी मंजिल पर पहुँच पाए हैं । इन्होंने पीजी डिप्लोमा के दौरान लखनऊ में बड़े बड़े राजनीतिक रैलियां कवरेज की । इन्हें तब की मुख्यमंत्री मायावती की एक विशाल रैली को भी कवरेज करने का मौका मिला । जो अब तक भी इनके जेहन में है ।इन्होंने अपने पत्रकारिता जीवन के दौरान इतनी बड़ी रैली नही देखी थी।इस रैली में मायावती ने मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दिया था ।

पत्रकारिता में आने का श्रेय ये अपने पिताजी के सबसे करीबी दोस्त विरेंद्र चंद्रावत (बिल्लू जी) को देते हैं जो इनके पुराने पड़ोसी हैं, जिनके माध्य्म से ये अलवर के पत्रकारों से मिले औऱ उनकी कार्यशैली से रूबरू हुए । वीरेन्द्र चंद्रावत की मदद से ये जिनेश जैन से मिले । फिर डेली न्यूज से पत्रिका में आये ।उन्होंने इन्हें खूब प्रोत्साहित किया । अलवर निवासी होने के नाते इन्हें जयपुर में भी अलवर के सभी बड़े पत्रकारों से मिलने का मौका मिला और पत्रकारिता के गुर सीखे । इनका पहला अनुभव प्रमाण पत्र अलवर से प्रकाशित एक दैनिक अखबार से बना जिससे इनका दाखिला जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट की मास कम्युनिकेशन इकाई में हुआ, जहां हिंदुस्तान टाइम्स के एडिटर रतनमणि लाल ने पत्रकारिता के गुर सिखाए।
जगमोहन शर्मा उन सभी सीनियर साथियो तह दिल से धन्यवाद ज्ञापित करते हैं, जिन्होंने कभी निराश नही होने दिया और आगे बढ़ने के लिए हौसलाअफजाई करते रहे । ये बलवंत तक्षक, तरुण रावल और वीरेन्द्र चंद्रावत के प्रति विशेष आभार व्यक्त करते हैं । ये सभी इनकी मदद के लिए हमेशा तैयार रहे ।
श्री जगमोहन शर्मा स्वस्थ्य रहे । इनके उज्ववल भविष्य की शुभकामनाओँ के साथ ।