

– आत्मनिर्भरता और गांधीदर्शन: संवाद
बीकानेर 2 अक्टुबर। ‘‘महात्मा गांधी ने हिन्दस्वराज में लिखा है कि हमारे गांवों की आत्मनिर्भरता से ही हमारा देश आत्मनिर्भर बन सकेगा। ’’ ये उद्बोधन बीकानेर प्रौढ़ शिक्षण समिति, बीकानेर एवं जन शिक्षण संस्थान, बीकानेर के सह-आयोजन में आज दिनांक 2 अक्टुबर, 2020 को संस्था परिसर में ‘आत्मनिर्भरता और गांधी दर्शन’ कार्यक्रम की अध्यक्षता करते जन शिक्षण संस्थान, बीकानेर के अध्यक्ष श्री अविनाश भार्गव ने व्यक्त किए। आयोजन के प्रांरभ में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री श्री लालबहादुर शास्त्रीजी के छायाचित्रों के समक्ष माल्यार्पण कर आशीर्वाद लिया गया।
श्रीभार्गव ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा वर्तमान में संचालित ‘आत्मनिर्भर भारत’अभियान की विचारधारा महात्मागांधी जी के आत्मनिर्भरता के दर्शन से ही प्रेरित है। महात्मा गांधी जी का पूरा जीवन देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए समर्पित था। इसके साथ ही लालबहादुर शास्त्रीजी का नारा ‘जय जवान-जय किसान’ भी देश को आत्मनिर्भर करने का ही आहवान था।


संस्थान के कार्यक्रम अधिकारी महेश उपाध्याय ने आगंतुकों का स्वागत करते हुए कार्यक्रम की अवधारणा पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि बीकानेर प्रौढ़ शिक्षण समिति एवं जन शिक्षण संस्थान जिले के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के जरूरतमंद लोगों को हाथ का हुनर सीखाकर ‘आत्मनिर्भर भारत’ की दिशा में महत्वपूर्ण कार्य कर रहे हैं।
आयोजन के दूसरे सत्र में ‘आत्मनिर्भर भारत’ की दिशा में संस्थान की संदर्भ व्यक्ति श्रीमती रेशमा वर्मा ने तुलसी अर्क एवं अमृत धारा बनाने का लघु प्रशिक्षण दिया। इस प्रशिक्षण से तैयार तुलसी अर्क और अमृतधारा के उपयोग से वर्तमान में कोरोना संक्रमण से बचाव किया जा सकता है।
इसके पश्चात् मंचस्थ अतिथियों द्वारा टेस्ट एंड हेल्थ, ग्रुप एसोसिएशन, जयपुर द्वारा आयोजित आॅनलाईन कुकिंग प्रतियोगिता के विजेताओं को प्रमाण-पत्र भी प्रदान किए गए।
इस महत्ती आयोजन में समिति एवं संस्थान परिवार की ओर से लेखाकार लक्ष्मीनारायण चूरा, कार्यक्रम सहायक तलत रियाज ,वाहन चालन विष्णुदत्त मारू एवं सहायक श्रीमोहन आचार्य की भी सक्रिय सहभागिता रही। संस्थान के कार्यक्रम सहायक उमाशंकर आचार्य ने आगंतुकों के प्रति आभार व्यक्त किया।
