— बिना जांच पड़ताल के बिकने वाले पान मसाले और गुटके लोगों के जान के साथ खिलवाड़
रिपोर्ट -अनमोल कुमार ओम एक्सप्रेस
पटना।पटना पान मसाला के माध्यम से जहरीले पदार्थ के आदि हो रहे हैं युवा वर्ग यह जहरीले पान मसाला जवान खोलते नहीं बल्कि आगे चलकर पूरी तरह से बंद कर देते हैं बिना जांच पड़ताल के बिकने वाले पान मसाले और गुटके लोगों के जान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं जिम्मेवार चुपचाप इस मौत का तांडव देख रहा है प्राप्त जानकारी के अनुसार पिछले साल बिहार में 54 ब्रांड के पान मसाले के सैंपल लेकर जांच की गई थी जांच में प्रतिबंधित मैग्नीशियम कार्बोनेट और निकोटिन पाया गया था बिहार सरकार ने पान मसाला और गुटका के बिक्री पर प्रतिबंध लगाया था परंतु आज भी गली गली चौक चौराहा ट्रेन और बसों में पान मसाला और गुटका हर्ले से बिक रहा है पान मसाला माफिया खुलेआम फूड सेफ्टी एक्ट का उल्लंघन कर रहा है इस एक्ट को कचरे के डिब्बे में डाल दिया गया है फूड सेफ्टी विभाग भी इन माफियाओं के गुलाम बन गए हैं इसलिए इनके उत्पाद कि न तो जांच हो रही है और ना ही उस पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है ज्ञात है दीवार बच्चों को बीमार बनाने की खुली छूट मिल गई है वे लोग पान मसाला में कुछ भी मिला कर बिक्री कर रहे हैं जो उनके स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक साबित हो रहा है बड़े ब्रांड के पान मसाला की खपत देखकर कई अन्य कंपनियां भी इस कारोबार में कूद पड़ी है तरह-तरह के पान मसाले बाजार में बिक रहा है जिसका आज तक सैंपल नहीं दिया गया जिससे पान मसाला कारोबार और बुरा है कारोबारी दिन-रात अपना उत्पाद भेजने के लिए सड़क योजना बना रहे हैं ताकि उनका उत्पाद जन जन तक पहुंच सके अधिक से अधिक लोग पान मसाले के लत के शिकार हो रहे हैं पान मसाला कंपनियां लोगों को व्यसनी बनाने के लिए ऐसा प्रचार करती है की पान मसाला खाने से शान भर्ती है जबकि यह सरासर झूठ है इसके खाने से श्री बीमारी बढ़ती है जांच में यह भी खुलासा हो चुका है कि इसके बावजूद भी लोग गुमराह हो रहे हैं।
हानिकारक केमिकल मिला पान मसाला के लत के लिए लोगों को आकर्षित एवं लुभावना प्रचार के माध्यम से प्रेरित किया जा रहा है पान मसाला कंपनियां इस तरह की मनमानी इसलिए कर रही है कि खाद्य सुरक्षा अधिनियम का अनुपालन कराने वाले ही अपनी आंख बंद कर रखे हैं इसलिए इनकी मनमानी चल रही है शहर के विभिन्न मांडो के पान मसाले मैं अधिकांश पान मसाला फूड सेफ्टी बिहार द्वारा जांच नहीं की गई पान मसाले आपके स्वास्थ्य की जरा भी सुरक्षा नहीं करता है दर्जनों पान मसाले की जांच में खतरनाक रसायन पाया गया है ज्यादातर मामलों में मैग्नीशियम कार्बोनेट और निकोटीन की मात्रा पाई गई है जो फूड सेफ्टी एक्ट के मुताबिक प्रतिबंधित है नशा विमुक्ति संगठन भी इस मामले में प्रतिबंध के लिए विरोध तथा जागरूकता कार्यक्रम नहीं चला पा रही है जिसके कारण नशा का व्यापारी अपना शिकंजा लोगों पर कसते जा रहा है युवाओं में पान मसाला की बुरी लत उन्हें अपने चंगुल में ले रही है केंद्रीय तंबाकू अनुसंधान संस्थान सीटीआर आई की जांच मैं भी अब खुलासा हो चुका है कि कई ब्रांडों के सादे पान मसाले मैं भी निकोटिन की मात्रा 2. 26 प्रतिशत पाई गई है इसके अलावा इनसोल्युबल इनसाइड नयू ट हाइड्रो लोरी एसिड और मैग्नीशियम कार्बोनेट जैसे खतरनाक तत्व पाए जाते हैं मुख्य सर सरकार एवं समाज के प्रबुद्ध नागरिकों को पान मसाला एवं गुटखा के बहिष्कार के लिए आगे बढ़ना होगा।