

– वितरण व्यवस्था के नोडल अधिकारी ने दी जानकारी – अधिकारी
बीकानेर, । जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी तथा ऑक्सीजन वितरण व्यवस्था के नोडल अधिकारी ओमप्रकाश ने बताया कि शनिवार को एक निजी अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी के कारण मरीज के हताहत होने की कथित जानकारी सामने आ रही है, जो कि पूर्णतया आधारहीन है।
उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा निजी अस्पतालों को उनकी मांग के अनुसार पर्याप्त ऑक्सीजन उपलब्ध करवाई जा रही है। वर्तमान आपात स्थिति को देखते हुए सभी निजी अस्पतालों को राउंड दा क्लॉक ऑक्सीजन पूर्ण प्राथमिकता से उपलब्ध करवाई जा रही है तथा इसकी नियमित मॉनिटरिंग भी की जा रही है। ऐसे में ऑक्सीजन के पर्याप्त वितरण के बावजूद यदि निजी अस्पताल के इंटरनल मिस मैनेजमेंट के कारण किसी मरीज को ऑक्सीजन नहीं मिली और इस कारण किसी मरीज के हताहत होने का कथित दावा किया जा रहा है, तो जांच कमेटी गठित करते हुए इसकी उच्च स्तरीय जांच करवाई जाएगी और अस्पताल के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी।


सोशल मीडिया में समाचार जारी हुआ कि जिले में ऑक्सीजन की कमी से अब त्राहि-त्राहि मच हुई है। इसका जीता जागत उदाहरण शनिवार को शाम को सामने आए जब रानी बाजार स्थित एक निजी अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी के चलते तीन जनों की मौत हो गई। अस्पताल संचालक ने बताया कि तीनों जने गंभीर थे। निजी अस्पताल में ऑक्सीजन समय पर नहीं पहुंची। ऐनवक्त पर प्रशासन ने ऑक्सीजन रिफलिंग सेंटर बदला। जिला प्रशासन की पोल उस समय खुल गई जब ऑक्सीजन के लिए जिम्मेदारी अधिकारियों को फोन किया लेकिन किसी भी अधिकारी ने फोन नहीं उठाया। जानकारी ऐसी मिली है कि मृतकों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो सकती है। खबर लिखे जाने तक कोई भी जिम्मेदार अधिकारी का बयान सामने नहीं आया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस व प्रशासन के कुछ लोग वहा पहुंचे थे।


आवश्यकता इस बात कि है की जांच कमेटी गठित करके यह पता लगाया जाय कि वास्तविक रूप से गलती किसकी है। क्या निजी अस्पताल जो लाखों रूपये बटोरते हैं उनके लालच का फल जनता भुगत रही है और पूरी मेडिकल टीम ना होने के कारण हो रही दुर्घटनाओं का ठीकरा जिला प्रशासन पर फोड़ा जा रहा है।
बतादे डॉ तनवीर की फोर्टीस अस्पताल में ऑक्सीजन के अभाव में तीन मरीजों की मौत की ख़बर ने प्रशासन में हड़कंप मच गया है। अस्पताल काआरोप है कि ऑक्सीजन सप्लाई समय पर ना होने के कारण यह घटना हुई। ऑक्सीजन सेंटर बदला गया था, जिस वजह से ऑक्सीजन समय पर नहीं पहुंची।
