पटना , (अनमोल कुमार) – ओम एक्सप्रेस
क्रिप्टो करेंसी एक प्रकार का डिजिटल मुद्रा है इसे नए जमाने का करेंसी नोट भी कह सकते हैं l
किसी भी मुद्रा धन या पैसा जैसा संपत्ति जिसे मुख्य रूप से प्रतिबंधित किया गया है डिजिटल करेंसी कंप्यूटर सिस्टम पर संग्रहित कर विशेष रुप से इंटरनेट पर आधारित है ।इसे वर्चुअल करेंसी भी कहा जाता है ।यह एक प्रकार का रुपया है परंतु इसे जेब में लेकर नहीं घूम सकते हैं ।कुछ समय तक भारत में क्रिप्टो करेंसी पर प्रतिबंध लगा था परंतु निवेशक डॉलर में इस काम को अंजाम दे रहे थे ।बाद में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने भी इसे मान्यता दे दी इसके बाद निवेशकों को काफी राहत हुई खरीद फ्रॉक का रास्ता साफ हो गया । भारत सरकार भी क्रिप्टोकरंसी लाने की तैयारी में है इसके लिए नियमावली तैयार किए जा रहे हैं ।
भविष्य के लिए और दूरदर्शिता को देखते हुए (TRON) नामक क्रिप्टो करेंसी बहुत ही क्षमता वाला है जो डिसेंट्रलाइज और ब्लॉकचेन सिस्टम पर आधारित है(TRON) का उद्देश्य मध्य वर्ग से छुटकारा पाकर कॉन्टेंट क्रिएटर और कंजूमर से सीधा जुड़कर ऊंचाई तक पहुंचना है । 2017 मे ट्रॉन नामक एक व्यक्ति ने इसकी स्थापना किया और जस्टिन सन सीईओ के रूप में डिसेंट्रलाइज टेक्नोलॉजी के जरिए एक स्वतंत्र ग्लोबल डिजिटल बना रहे हैं जो आने वाला समय में काफी लोगों को उन्नति का रास्ता प्रशस्त कर आगे बढ़ने में मदद करेगी ।
भारत सरकार को कैशलेस इंडिया मे इलेक्ट्रॉनिक मनी और वर्चुअल मनी के रूप में क्रिप्टो करेंसी कारगर सिद्ध हो सकता है । कुछ देश मैं अपना सारा व्यापार क्रिप्टो करेंसी के लेनदेन पर आधारित कर लिया है ।