मोतिहारी ( पूर्वी चंपारण ) अनमोल कुमार – ओम एक्सप्रेस
सिविल सर्जन कार्यालय मोतिहारी मे स्वेच्छा से सेवानिवृत्त डॉक्टर अमृता जयसवाल कॉमर्स घोषित कर सेवानिवृत्ति की राशि का घोटाला का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार 13 नवंबर 1990 को डॉक्टर अमृता जयसवाल ने अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बेला में अपना योगदान किया था ।

2013 में उन्होंने स्वेच्छा सेवानिवृत्ति लिया था और ओमान विदेश रानी चली गई ।इसी बीच किसी माध्यम से अपने मृत होने की खबर मिलते हैं मोतिहारी के जिला पदाधिकारी और सिविल सर्जन को फोन और व्हाट्सएप के माध्यम से अपने जीवित होने का प्रमाण भेजा । जिला पदाधिकारी ने कपिल अशोक के नेतृत्व में जांच के लिए 3 सदस्य टीम गठित की है ।
जांच टीम के अनुसार सिविल सर्जन ऑफिस के स्टोनो की संलिप्तता का पता चला है । सिविल सर्जन अखिलेश प्रसाद सिंह का कहना है कि आरोपी स्टेनो ने गलतफहमी में संचिका पर हस्ताक्षर करवा लिया था ।मामले के सघन जांच की जा रही है ।