आलेखः (अनमोल कुमार ) – ओम एक्सप्रेस
बढ़ती गर्मी के साथ हैं डिहाईड्रेशन की समस्या होने लगती है । बार-बार प्यास लगना , स्किन ड्राई होना फिर चक्कर आना आम बजा बन जाते हैं ।
अगर गर्मी की शुरुआत में शरीर का अतिरिक्त ख्याल रखें तो काफी हद तक इस समस्या से बचा जा सकता है । लिक्विड डाइट ज्यादा ले और विटामिन सी की मात्रा बढ़ाएं । विशेषज्ञों के अनुसार दे हाइड्रेशन की समस्या को साधारण में नहीं लेना चाहिए अन्यथा कै दस्त डायरिया और चक्कर आना की समस्या हो सकती है लापरवाही बरतने पर किडनी फेल होने की संभावना भी बनी रहती है।
डिहाईड्रेशन के लक्षण — बार-बार प्यास लगना, चमरा में रूखापन , थकान , कब्ज , मुंह बार-बार सूखना , पेशाब कम आना और पेशाब पीला होना।

सावधानियां — प्रतिदिन 12 से 15 क्लास पानी पीना जरूरी है , मौसमी रसीले फल का सेवन करना , विटामिन सी वाला फल का सेवन करना इसमें प्रतिरोधक क्षमता पाया जाता है, देसी पर गन्ने का रस , मोसम्मी क रस, संतरे का रस , नींबू , लेमन वॉटर का सेवन करें ।
विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ सुनील कुमार ने बताया कि गर्मी के दिनों में लिक्विड की मात्रा कम होने पर शरीर का इलेक्ट्रोलाइट संतुलन बिगड़ जाता है जिसे डिहाइड्रेशन कहते हैं । डिहाइड्रेशन को साधारण बीमारी नहीं समझना चाहिए क्योंकि समय पर इलाज ना होने पर गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है । ऐसे विटामिन सी प्रतिदिन ज्यादा पानी का सेवन और रसीले फलों का सेवन कारगर सिद्ध होता है ।