रिपोर्ट — ( अनमोल कुमार )
ठंडा पानी शरीर को हाइड्रेट रखने में कम कारगर है इससे डिहाइड्रेशन से किडनी को खतरा पहुंच सकता है यह जानकारी के , एस, गंगा हॉस्पिटल के डॉक्टर अंजीव नयन ने बताया ।
डिहाइड्रेशन शरीर में पानी की कमी ।जनरल फ्रंटियर इन साइकोलॉजी के शोध के अनुसार यदि 15 मिनट तक भी डिहाइड्रेशन या मूड और ध्यान को प्रभावित करता है । उन्होंने कहा कि नेशनल एकेडमी ऑफ मेडिसिन के अनुसार युवा महिला एवं पुरुषों को 2.69 से 3.69 लीटर पानी प्रतिदिन पीना चाहिए
ठंडे पानी की तुलना में गुनगुना पानी शरीर को ज्यादा हाइड्रेट रखता है ।इसका कारण यह है कि शरीर से तेजी से अवशोषित करता है ।
शरीर में पानी की कमी हो जाने का सबसे प्रचलित तरीका यूरिन के रंग में बदलाव है लेकिन इसके अलावा अभी भी दो संकेत डिहाईड्रेशन की जानकारी के लिए देता हूं ।
2. स्क्रीन टेस्ट — इस टेस्ट को करने के लिए दो उंगलियों से हाथ के पीछे की त्वचा को खींचकर छोड़ दें अगर त्वचा को सामान्य होने में कुछ सेकंड से ज्यादा समय लगे तो यह पानी की कमी हो सकती है। ।
– यूरिनरी और किडनी की समस्या – लगातार पानी की कमी से यूरिनरी ट्रैक्स मे संक्रमण , किडनी में स्टोन और किडनी फेल होने का खतरा रहता है ।
– हाइपो वाल्मिक शाक – डिहाइड्रेशन के कारण ब्लड प्रेशर में कमी और रक्त में ऑक्सीजन की मात्रा कम हो जाती है इससे व्यक्ति की जान जा सकती है ।
अतः डिहाइड्रेशन से बचाव के लिए पर्याप्त पानी का सेवन और गुनगुने पानी का सेवन लाभकारी साबित होगा ।