बीकानेर।अंतराष्ट्रीय उष्ट्र संगठन (ICO-International Camel Organization) एवम संयुक्त राष्ट्र शिक्षा, विज्ञान और सांस्कृतिक संगठन (UNESCO)के संयुक्त तत्वाधान मैं आयोजित होनी वाली प्रथम अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ कांग्रेस (इंटरनेशनल एक्सपर्ट कांग्रेस) में प्रोफेसर डॉक्टर टीके गहलोत होंगे स्पीकर।
इस ऑनलाइन वेबीनार में 4 सत्र होंगे और चौथे सत्र में
Bolstring evidence on scientific and educational dimension of the camelids traditions के विषय पर विशेषज्ञ स्पीकर के रूप में डॉक्टर टीके गहलोत अपना उद्बोधन देंगे ।
डॉक्टर टीके गहलोत पिछले 28 वर्षों से उष्ट्र अनुसंधान पर अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त त्रैमासिक वैज्ञानिक पत्रिका “जर्नल ऑफ कैमल प्रैक्टिस एंड रिसर्च” के मुख्य संपादक रहे हैं एवम राजूवास विश्वविद्यालय के सर्जरी विभाग के विभागाध्यक्ष एवम वेटरनरी सर्जरी के प्रोफेसर भी रह चुके हैं ।
29 जून को होने वाले इस अंतराष्ट्रीय ऑनलाइन वेबिनार का उद्घघाटन अंतराष्ट्रीय उष्ट्र संगठन (ICO) के संस्थापक और अध्यक्ष एवम वर्ल्ड कैमल पोलो फेडरेशन के चेयरमैन सऊदी अरब के माननीय फहद बिन फैलाह बिन हथलीन एवम यूनेस्को के अतरिक्त महा निदेशक (संस्कृति) अर्नेस्टो रेनाटो ओटोन रमीरेज़ द्वारा किया जाएगा ।
इस एक दिवसीय ऑनलाइन वेबिनर इवेंट का मुख्य उद्देश्य उष्ट्र पालन से जुड़ी परंपराओं का संयुक्त राष्ट्र 2030 सस्टेनेबल डेवलपमेंट (संधारणीय विकास) के एजेंडे में योगदान एवम उष्ट्र पालन से जुड़ी परंपराओं के माध्यम सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स (एसडीजी) के तहत प्राप्त हुई उपलब्धियों एवम परस्पर संबंधों को हाईलाइट एवम उजागर करना रहेगा ।
(एसडीजी गोल्स जैसे – गरीबी उन्मूलन ,भुखमरी निराकरण,संधारणीय विकास को लेकर शिक्षा ,संधारणीय समुदाय,समुचित रोजगार,पर्यावरणीय स्थिरता एवम संवहनीय उपभोग और उत्पादन)
सितंबर 2015 को संयुक्त राष्ट्र के 2030 सस्टेनेबल डेवलपमेंट (संधारणीय विकास) के एजेंडा पर आयोजित सम्मेलन में 17 सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स (एसडीजी) को अपनाया गया था।भारत 17 एसडीजी और 169 संबद्ध लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है, जो व्यापक रूप से विकास के सामाजिक,आर्थिक और पर्यावरणीय आयामों को कवर करते हैं और अपने सभी रूपों और आयामों में गरीबी को समाप्त करने पर ध्यान केंद्रित करते हैं।