बीकानेर, 15 अगस्त। गंगाशहर में घूमचक्कर परिसर में सेठ श्री फौजराज बांठियां पाश्र्वनाथ जैन मंदिर ट्रस्ट की ओर से नवनिर्मित उतराखंड के केदारनाथ धाम की प्रतिकृृति के शिव मंदिर में रविवार को वयोवृृद्ध पंडित नथमल पुरोहित के नेतृृृत्व में सात दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में वैदिक मंत्रोच्चारण से शिवपूजा, अभिषेक, सहित विविध अनुष्ठान हुए।
सेठ श्री फौजराज बांठियां पाश्र्वनाथ जैन मंदिर ट्रस्ट के ट्रस्टी धनपत बांठिया ने बताया कि शिव पात्र साधन पूजा में चांदी के आवरण के शिवलिंग के अभिषेक के दौरान चांदी के पात्र, यंत्र का उपयोग किया गया। नूतन प्रतिमाओं का विभिन्न तरह के जल से अभिषेक किया गया। केदारनाथ महादेव मंदिर की जलहरी के नीचे स्थापित होने वाले ब्र्ह्मशिला रत्न न्यास को मंत्रोच्चारण के साथ तैयार किया गया। ब्रह्मशिला में स्वर, व्यंजन, ऊं, स्वास्तिक आदि को मंत्रोच्चारण के साथ उकेरा गया। उकेरे गए शब्दों में विभिन्न तरह की औषधियों को भरा गया। पंडित शंकर पुरोहित ने बताया कि औषधियों उकेरी गए मंत्र व शब्दों कोे जौ के आटे से ढका गया। तीन तरह की शिलाओं के बाद जलहरी की स्थापना की जाएगी।
सेठ श्री फौजराज बांठियां पाश्र्वनाथ जैन मंदिर ट्रस्ट के रविन्द्र-सरिता, शिखर-बबीता और हीरालाल-आराधना बांठिया ने करीब 5 घंटें तक पूजन,अभिषेक व मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा के विभिन्न तरह के अनुष्ठान करवाएं। सोमवार को अन्नाधिवास, 17 को घृृताधिवास व 18 अगस्त को धुपाधिवास व पुष्पादिवास 19 को महास्नान व नगर परिक्रमा तथा 20 अगस्त को 125 वर्ष पुरानी पंचमुखी कसौटी के काले पत्थर से बनी केदारनाथ महादेव की तथा शिव परिवार, दुर्गामाता, राम दरबार, राधा-कृृष्ण व हनुमानजी की प्रतिमाओं की प्राण प्रतिष्ठा होगी। उतराखंड के केदारनाथ महादेव मंदिर के प्रतिकृति के रूप में बने शिवालय में विशेष रोशनी की गई है। रात को रोशनी के नजारे देखते ही बनते है, विशेष रोशनी लगाने का कार्य सिनेमैजिक बनाने वाले स्वर्गीय कमल सिपानी के पुत्र शांति विजय सिपानी के दिशा निर्देशन में किया गया है।