– डॉ. शशि शर्मा की फोटो प्रदर्शनी का अवलोकन करती आईएएस अधिकारी श्रेया गुहा

– कला में अभिरुचि रखनेवाला होता है परमानन्द राह का राहगीर – डॉ शशि शर्माजयपुर।

जयपुर।विश्व फोटोग्राफी दिवस के अवसर जवाहर कला केन्द्र (जे के के) में राजस्थान की प्रथम जांबाज महिला वन्यजीव फोटोग्राफर डॉ. शशि शर्मा की प्रथम ‘पखैरो’ वन्य जीव छायाचित्र एवं मण्डला कला ‘ प्रदर्शनी का उदघाटन पर्यावरण और वन विभाग की प्रमुख शासन सचिव श्रेया गुहा ने करते हुए डॉ शर्मा की फोटोग्राफस और चित्रकला की मुक्तकंठ से प्रसंशा की और उम्मीद जताई कि डॉ शर्मा की प्रदर्शनी से युवाओं को विशेष रूप से प्रेरणा मिलेगी। इस अवसर पर डॉ. शशि शर्मा ने कहा कि कला में डूब कर जब सृजन होता है उस आनन्द को शब्दों में अभिव्यक्त नहीं किया जा सकता ।

कला का सम्बन्ध प्रकृति से है और प्रकृति परमात्मा का दृश्य रूप है । जो व्यक्ति कला से जुड़ता है , जिसकी अभिरूचि कला में होती है वह निश्चित ही परमानन्द राह का राहगीर होता है। फोटोग्राफी और चित्रकारी का शौक मुझे बचपन से ही रहा है और अब मैं समाज के सामने इस कला का प्रदर्शन कर युवा पीढ़ी को प्रेरित करने के लिए कृतसंकल्पित हूँ, इस कला से मुझे धनार्जन नहीं करना है, परन्तु मैंने “अपना घर” संस्था को नजदीक से देखा है तो मुझे खुशी होगी कि मेरी प्रदर्शनी से जो भी आय हो उसे मैं “अपना घर” के लाभार्थियों के भले में सहयोग करूँ। डॉ शर्मा ने बताया कि यह प्रदर्शनी 23 अगस्त तक दर्शकों के लिए खुली रहेगी। प्रदर्शनी को जवाहर कला केन्द्र की महानिदेशक और कला, साहित्य और संस्कृति विभाग की सचिव मुग्धा सिंह ने अवलोकन कर काफी सराहा और जेकेके के पोर्टल पर भी स्थान दे ज्यादा से ज्यादा लोगों तक इस प्रदर्शनी की जानकारी देने की आवश्यकता बताई। प्रदर्शनी में बड़ी संख्या में कलाप्रेमियों ने भाग लिया जिनमें भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के महानिदेशक बी एल सोनी, वरिष्ठ लेखाधिकारी अजमेर आनन्द आशुतोष, प्रहलाद कृष्णिया, कर्मचारी चयन आयोग की पूर्व सदस्या डॉ लक्ष्मी महेंद्रा प्रमुख थी।