

– थाना करधनी में परिवाद दर्ज
जयपुर।बच्चों व अभिभावकों को राहत के लिए संघर्ष कर रहे अभिभावक एकता संघ के प्रदेश संयोजक बच्चों को परीक्षा से बेदखल ना किया जाए, अभिभावकों को राहत की मांग को लेकर अभिभावकों के साथ स्कूल पहुंचे, मांगी ना माने जाने पर धरने पर बैठे मनीष विजयवर्गीय पर सैंट एंसेल्म स्कूल निवारू रोड के प्रबंधन के इशारे पर शिक्षकों व स्टाफ द्वारा दुर्व्यवहार किया, धक्का-मुक्की वह जान से मारने की धमकी का परिवार थाना करधनी में दर्ज हुआ है।
-जिन पर संस्कार देने की जिम्मेदारी है वह खुद असभ्य हो गए
शनिवार को स्कूल द्वारा बकाया फीस के कारण अनेक बच्चों को परीक्षा देने से बेदखल कर दिया था जिस पर स्कूल के अभिभावक चंद्रप्रकाश पमानी, टिंकू गर्ग, संदीप शर्मा, अरुण शर्मा आदि ने अभिभावक एकता संघ की हेल्पलाइन पर विजयवर्गीय को शिकायत दर्ज कराई थी, जिस पर शनिवार को विजयवर्गीय प्रिंसिपल से मिलने का समय लेकर पीड़ित अभिभावकों के साथ स्कूल पहुंचे विजयवर्गीय ने बताया कि एक घंटा इंतजार करवाने के पश्चात प्रिंसिपल ने मिलने से इंकार कर दिया और इंचार्ज ने 25- 30 शिक्षकों व स्टाफ को बुला कर उन्हें कहा कि तुमको 70% सैलरी देते हैं इनको धक्के मार कर बाहर निकालो, स्कूल प्रबंधन के इशारे के बाद शिक्षकों व स्टाफ सदस्यों द्वारा मुझसे धक्का-मुक्की की गई अभद्र भाषा का उपयोग करते हुए जान से मारने की धमकी दी और स्कूल से बाहर निकाल दिया. मैंने थाना करधनी को सूचित किया जिस पर पुलिस वहां आई, मैंने अभिभावकों के साथ करधनी पर स्कूल के खिलाफ एफ आई आर दर्ज कराई है, शिक्षा के मंदिरों में स्कूल प्रबंधकों एवं शिक्षकों का यह व्यवहार पूरे समाज के लिए चिंतनीय है, जिन्हें संस्कार देना चाहिए वह खुद भ्रष्ट वह तानाशाह हो गए हैं नेता नाचा हो गए हैं विजयवर्गीय सहित अन्य अभिभावकों से दुर्व्यवहार किया गया।


अभिभावक एकता आंदोलन के मीडिया कोऑर्डिनेटर हरिओम चौधरी व शंकर अग्रवाल ने बताया कि कोरोना की आर्थिक मार से प्रभावित एवं पीड़ित अभिभावकों को राहत के लिए सुप्रीम कोर्ट के साथ राज्य सरकार ने भी आदेश पारित करते हुए स्कूलों को निर्देशित किया था की फीस के कारण किसी भी विद्यार्थी को ऑनलाइन अथवा ऑफलाइन कक्षाओं अथवा परीक्षाओं से वंचित नहीं किया जाएगा, परंतु इन आदेशों के बावजूद भी अनेक स्कूलों द्वारा ऐसा किया जाना अभी भी जारी है. बच्चों को परीक्षा देने दी जाए इसकी मांग कर रहे मनीष विजयवर्गीय पर स्कूल द्वारा दुर्व्यवहार, वह जान से मारने की धमकी बर्दाश्त नहीं की जाएगी, पुलिस दोषियों पर कार्यवाही करें साथ ही हम शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला से मांग करते हैं कि शिक्षा के नाम पर व्यापार व गुंडागर्दी करने वाले स्कूलों की मान्यता रद्द करें।
