नई दिल्ली।कोरोना और ओमिक्रोन के खतरे को देखते हुए उत्तर प्रदेश में मतदान के समय को एक घंटा बढ़ा दिया गया है ताकि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा सके. ये जानकारी मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने दी है। उत्तर प्रदेश में वोटरों के पास वोट डालने के लिए एक घंटे का एक्स्ट्रा समय होगा ताकि कोविड -19 के खतरे को देखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा सके. ये जानकारी मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने गुरुवार को दी है। वहीं उन्होंने कहा कि यूपी और चार अन्य राज्यों के विधानसभा चुनाव तय योजना के अनुसार ही संपन्न होंगे. बता दें कि कोरोना और ओमिक्रोन के बढ़ते खतरे के बीच उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर आज लखनऊ में चुनाव आयोग ने अहम बैठक की थी. इसके बाद मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई जानकारी साझा की।

मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि, “आयोग ने सामाजिक दूरी के साथ मतदान सुनिश्चित करने के लिए राज्य भर में मतदान का समय एक घंटे बढ़ाने का फैसला किया है.” बता दें कि मतदान का समय पहले सुबह 8-5 बजे तक था जिसे बढ़ाकर 8-6 बजे तक कर दिया गया है. गौरतलब है कि पांच राज्यों, यूपी, पंजाब, मणिपुर, गोवा और उत्तराखंड में फरवरी-मार्च में मतदान होना है.

सभी राजनीतिक दल तय समय पर चुनाव कराने के पक्ष में हैं

वहीं चंद्रा ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्षी समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस सहित सभी राजनीतिक दल चुनाव कराने के पक्ष में हैं. उन्होंने कहा कि सभी दलों ने मामलों के प्रसार को कम करने के बारे में सुझाव भी दिए हैं. उन्होंने बताया कि सभी राजनीतिक दल कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए समय पर चुनाव चाहते हैं.

कोविड के खतरे को देखते हुए रैलियों की संख्या सीमित रखी जाएगी

वहीं उन्होंने बताया कि राजनीतिक दलों ने रैलियों की संख्या सीमित रखने पर सहमति जताई है. इसके साथ ही सभी दलों ने ये भी मांग की है कि कोरोना महामारी को देखते हुए दिव्यांग और 80 साल से ऊपर के बुजुर्गों को घर से ही मतदान करने की सुविधा मिलनी चाहिए.

पांच जनवरी तक अपडेटेड वोटर लिस्ट बना ली जाएगी

वहीं मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने ये भी बताया कि पांच जनवरी तक अपडेटेड वोटर लिस्ट बना ली जाएगी. इसके बाद नॉमिनेशन के आखिरी दिन तक अतिरिक्त सूची भी बनेगी ताकि कोई व्यस्क छूट ना जाए. उन्होंने ये भी बताया कि यूपी विधानसभा चुनाव में महिलाओं के लिए 800 पोलिंग बूथ बनाए जाएंगे और प्रदेश के सभी बूथों पर ईवीएम मशीन के जरिए ही मतदान किया जाएगा.