एक बात तो मानना पड़ेगी कि भारत सरकार ने कई सुविधा और लाभ जनता के लिए प्रावधान में रखे हैं जो कि लागू भी हैं। बात यह है कि जनता जितनी जागरूक है, उतनी ही जनहित योजनाओं की माहिती होगी, अमूमन जिन्हें मदद चाहिए उन्हें मालूम ही नहीं है कि सरकार ने कई योजनाएं जनहित में बना रखी है। कई लोगों ने तो अभी तक राशन कार्ड नहीं बनवाया, आयुष्मान कार्ड तो बहुत दूर की बात है। जब बीमारी या तकलीफ है तब यह सब काम आते हैं। कई बार ऐसा होता है कि व्यक्ति बहुत गरीब है लेकिन उसके पास आयुष्मान कार्ड नहीं है तो उसका फ्री इलाज संभव नही होता, क्योंकि उसने पूरी जिंदगी सरकार से कोई भी मदद ली नहीं तो सरकार कैसे मानेगी यह व्यक्ति गरीब है। यदी विधवा है तो उसने विधवा पेंशन लेना चाहिए कम आय वाले हैं तो उन्होंने अनाज वगैरह या दूसरी सुविधा लेना चाहिए। इतना जागरण भी नहीं रख पाऐ तो जीवन में बहुत कष्ट आएगे। खेर बहुत से दिल वाले हैं जो जन सहयोग से ऐसे लोगों का इलाज करवाते हैं, मदद भी करते हैं।
इस विषय पर लिखने का यही कारण है की हर व्यक्ति में जन जागरण और जन सहयोग की भावना जागृत होना चाहीये। हम सब प्रयास करें और जिन्हे मदद की आवश्यकता है तो उन्हें कहे कि सबसे पहले स्वयं जागरुक हो और पता करें कि भारत सरकार ने क्या-क्या मदद आपके लिए दी हुई है। वहां आप अपनी मदद का आवेदन लगा दे।
अशोक मेहता, इंदौर (लेखक, पत्रकार, पर्यावरणविद्)


