जयपुर,(दिनेश शर्मा “अधिकारी”)। राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा “राष्ट्रीय बालिका दिवस “ के अवसर पर सम्पूर्ण राजस्थान में बालिकाओं के अधिकारों के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु विशेष अभियान चलाया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ माननीय कार्यकारी अध्यक्ष, राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जयपुर द्वारा ऑनलाईन वेबीनार के माध्यम से किया गया। कार्यक्रम में कार्यकारी अध्यक्ष, राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर द्वारा प्रतिभागियों को संबोधित कर बाल अधिकारों की जानकारी प्रदान की। बालिका दिवस के अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण व तालुका विधिक सेवा समिति, खेतड़ी/चिड़ावा/पिलानी/उदयपुरवाटी/नवलगढ़ में भी ऑनलाईन व ऑफलाईन कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। बालिका दिवस पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण झुंझुनूं द्वारा ऑनलाईन वेबीनार का आयोजन किया गया जिसमें न्यायिक अधिकारीगण, विधि महाविद्यालय के षिक्षकगण व विद्यार्थीगण, कर्मचारी, पीएलवी व पैनल अधिवक्तागण द्वारा भाग लिया गया। कार्यक्रम में न्यायधीश श्रीमती दीक्षा सूद, सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, झुंझुनूं द्वारा सभी को कोविड़-19 गाईडलाईन का कठोरता से पालन करने, मास्क पहनने व दो गज की दूरी बनाये रखने के संदेष के साथ शुरूआत करते हुए कहा कि बालिका षिक्षा व अधिकार वर्तमान समय में अत्यन्त वरीयता पर लिय जाने वाला विषय है। वर्तमान में महिला षिक्षा की दर में बढ़ोतरी हो रही है जिससे बालक-बालिकाओं के जीवन-स्तर में बेहतर बदलाव आ रहे है। इस अवसर पर प्रेम प्रकाष मेहरा, व्याख्याता, विधि महाविद्यालय ने बालिकाओं के विधिक अधिकारों की जानकारी प्रदान की। इसी के साथ माननीय रालसा द्वारा जारी गाईडलाईन के अनुरूप महिला अधिकारिता एवं बाल विकास विभाग, झुंझुनूं के समन्वय कर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा कक्षा 9वीं से 12वीं तक की बालिकाओं के मध्य बालिकाओं से संबंधित विधि एवं सामाजिक अधिकारों की जागरूकता के संबंध में निबन्ध लेखन व पोस्टर-पेंटिंग प्रतियोगिताएं वर्चुअल/ऑनलाईन मोड से आयोजित करवायी गयी। ।


