ओमएक्सप्रेस न्यूज बीकानेर। हर व्यक्ति को अपने माता-पिता की सेवा करनी चाहिए और धर्म की राह पर चल कर ही हम अपने लिए मोक्ष के दरवाजे खोल सकते हैं। गौमाता की सेवा और वृद्धों की सेवा करने वाले व्यक्ति को भगवान का स्नेह भी मिलता है। यह विचार स्वामी रामेश्वरानन्दजी महाराज ने सौर चेतना एवं ऊर्जा विज्ञान शोध संस्थान द्वारा संचालित सेवा आश्रम में मंदबुद्धि, मूक बधिर बच्चों के साथ मकर संक्रान्ति के अवसर पर यज्ञ आयोजन के दौरान कहे।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में नगर विकास न्यास अध्यक्ष महावीर रांका ने कहा कि जीवन में सेवा और धर्म करके ही संतुष्टि प्राप्त हो सकती है। सेवा करना पूरे भारत की संस्कृति है और सुकर्मों से ही मनुष्य को यश व समृद्धि की प्राप्ति होती है।
सेवा आश्रम के संचालक भीष्म कौशिक ने बताया कि न्यास अध्यक्ष महावीर रांका, डीआईजी स्टाम्प नरेन्द्र पुरोहित, वास्तुविद आर.के. सुतार, आर.के. अग्रवाल, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष वाई.के. शर्मा, भाजयुमो जिलाध्यक्ष विक्रमसिंह भाटी, महेश माथुुर, सतवीर गुप्ता, विजय तंवर सहित अनेक गणमान्यजनों ने मूक-बधिर बच्चों व उपस्थित श्रद्धालुओं के साथ हवन में आहुतियां दी। कोशिक ने बताया कि सेवा आश्रम व आयोजन से जुड़े लोगों का सम्मान भी किया गया।