कांग्रेस के सत्याग्रह के दौरान वेणुगोपाल व गोहिल पर जानलेवा हमला
राहुल से ईडी की पूछताछ आवाज दबाने की कोशिश
दिल्ली के थानों में कांग्रेस के 20 हजार कार्यकर्ता बंदनई दिल्ली । नेशनल हेराल्ड मामले में आज मंगलवार को दूसरे दिन राहुल गांधी की ईडी के सामने पेशी से पहले कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने प्रेस कांफ्रेंस कर केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। सुरजेवाला ने कहा कि राहुल गांधी के खिलाफ ईडी की जांच उनकी आवाज दबाने की कोशिश है क्योंकि उन्होंने हमेशा मोदी सरकार से चीन द्वारा हमारे क्षेत्र पर कब्जा करने, महंगाई, ईंधन की कीमतों में वृद्धि, बेरोजगारी, धार्मिक प्रतिशोध जैसे मुद्दों पर सवाल उठाए हैं।

सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि सोमवार को सत्याग्रह के दौरान दिल्ली पुलिस ने कांग्रेस के कई नेताओं के साथ मारपीट की। सुरजेवाला ने कहा कि पार्टी नेता केसी वेणुगोपाल, शक्ति सिंह गोहिल पर जानलेवा हमला बोला गया। मोदी सरकार बर्बरता की हर हद पार कर गई। पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम के साथ पुलिस की धक्का-मुक्की हुई, चश्मा ज़मीन पर फेंका, उनकी बायीं पसलियों में हेयरलाइन फ्रैक्चर है। सांसद प्रमोद तिवारी को सड़क पर फेंका गया। सिर में चोट और पसली में फ्रैक्चर है। जिस प्रकार से कांग्रेस कार्यकर्ताओं को बेरहमी से पीटा गया। जिस तरह से दिल्ली के थानों में कांग्रेस के 20 हजार कार्यकर्ताओं को बंद किया गया। इस देश में प्रजातंत्र है या तानाशाही?
सुरजेवाला ने पूछा कि आखिर मोदी सरकार या भाजपा के निशाने पर राहुल गांधी जी और कांग्रेस क्यों है? ईडी की कार्रवाई क्या जनता के मुद्दे उठाने वाली मुखर आवाज को दबाने का षड्यंत्र हैं? केवल राहुल गांधी जी पर इतने हमलावर क्यों हैं? इन सवालों का जवाब देश को जानना जरूरी है।

आज फिर कांग्रेस का सत्याग्रह
सुरजेवाला ने आज फिर सत्याग्रह का एलान किया। उन्होंने कहा कि हम गांधीजी के उत्तराधिकारी हैं हम फिर पैदल चलकर जाएंगे। हमारा सत्याग्रह जारी रहेगा। हमारा आंदोलन रुकेगा नहीं। ये कार्रवाई गैरकानूनी और असंवैधानिक है। ये कार्रवाई राजनीति प्रतिशोध की आग में की गई है। दिल्ली को छावनी में तब्दील कर भाजपा ने साबित कर दिया कि वो डरपोक सरकार है।