दो जदयू नेताओं ने ही सबूत के साथ की शिकायत
प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने नोटिस भेज मांगा जबाव

पटना (अनमोल कुमार )। बिहार की राजनीति खास कर सत्तारूढ़ पार्टी जदयू में बड़ा धमाका हुआ है। दरअसल, अपने ही दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह जदयू ने बड़ा गंभीर आरोप लगाया है। पार्टी के मुताबिक, आरसीपी सिंह ने पार्टी में रहते हुए करोड़ों रुपये की बेहिसाब संपत्ति अपने और अपने परिवार नाम कर दी। बिहार प्रदेश जदयू के अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने इस संबंध में आरसीपी सिंह को कारण बताओ नोटिस भेजकर अकूत संपत्तियों और अनियमितताओं पर जवाब मांगा है। इस नोटिस बिहार में भारी सियासी घमासान मच गया है। खास कर जदयू के अंदर ही सरगर्मी तेज हो गई है। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे आरसीपी सिंह के लंबे समय से पार्टी आलाकमान से संबंध खराब चल रहे हैं। इसी कारण उन्हें राज्यसभा का टिकट नहीं मिला और फिर केंद्रीय मंत्री का पद छोड़ना पड़ा था। फिलहाल आरसीपी सिंह के पास पार्टी और सरकार में कोई पद नहीं है। अब तक पार्टी में अंदर ही अंदर तनातनी के बाद अब जदयू नेतृत्व ने ही उनपर गंभीर आरोप लगाए हैं। उमेश कुशवाहा द्वारा आरसीपी सिंह को लिखे गए पत्र में कहा गया है कि नालंदा जिले के दो जदयू नेताओं ने सबूतों के साथ उनके खिलाफ शिकायत की है। इसमें कहा गया कि आरसीपी सिंह ने उनके और उनके परिवार के नाम पर साल 2013 से 2022 के बीच अकूत अचल संपत्ति निबंधित कराई। इसमें कई तरह की अनियमितताएं नजर आ रही हैं। उमेश सिंह कुशवाहा ने आरसीपी से कहा कि आपने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ अधिकारी और राजनेता के रूप में काम किया। दो बार आपको राज्यसभा भेजा गया। जदयू का राष्ट्रीय महासचिव और फिर राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई। केंद्र में मंत्री के रूप में काम करने का भी मौका मिला। इस दौरान सीएम नीतीश कुमार ने आपका भरपूर साथ दिया। मुख्यमंत्री जीरो टॉलरेंस नीति पर काम करते हैं और इतने बड़े नेता होने के बावजूद उनपर कोई दाग नहीं लगा और न ही कोई संपत्ति बनाई।

उमेश सिंह ने अकूत संपत्ति के मामले में कहा कि वे जल्द से जल्द उनके और उनके परिवार से जुड़ी संपत्ति के मामले में अपनी राय स्पष्ट करें।