

पटना (अनमोल कुमार ) । राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय, पटना के सभागार में स्वदेशी गाय एवं उसके पंचगव्यों की प्रभावशीलता के विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि पंचगव्य विद्यापीठम, कांचीपुरम के गुरुकुलपति गव्यसिद्धाचार्य डॉ. निरंजन भाई वर्मा रहे एवं अन्य अतिथियों में के.एस.जी. आई.ए.एस. अकैडमी के अशरफ रजा खान, बिहार योग विद्यालय – मुंगेर से योगी विजय एवं योगी सुजोय अम्बष्ट, सेवानिवृत्त आई.ए.एस. अजय वर्मा और सामाजिक कार्यकर्ता राजेश कुमार डब्लू जी शामिल हुए।
राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. संपूर्णानंद तिवारी ने मुख्य अतिथि गव्यसिद्धाचार्य डॉ. निरंजन भाई वर्मा का स्वागत किया। कार्यक्रम का आयोजन गव्यसिद्ध डॉ. अजीत एवं अन्य गव्यसिद्ध परिवार ने किया, जहां मुख्य विषय पंचगव्य की प्रभावशीलता एवं पंचगव्य के ऊपर वर्षों से हो रहे शोध कार्यों पर विस्तृत चर्चा हुई। राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय, पटना के आचार्यों एवं अनवेषकों के साथ भविष्य में मिलजुल कर पंचगव्य जो आयुर्वेद का आधार है, उसके ऊपर अन्य शोधों पर कार्य करने के लक्ष्य निर्धारित किए गए। गव्यसिद्धाचार्य डॉ. निरंजन भाई वर्मा ने देसी नस्ल की गोवंश को ज्यादा से ज्यादा देश में पुनः स्थापित करने के विषय पर चर्चा की एवं पंचगव्य आयुर्वेद की उपयोगिता एवं लाभ से सब को अवगत कराया।