बीकानेर। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के मौके पर फोर्टिस डीटीएम अस्पताल ने अपने सामाजिक सहभागिता कार्यक्रम के तहत गंगाशहर रोड़ स्थित जैन पब्लिक स्कूल के संयुक्त तत्वावधान में शाला के विद्यार्थियों के लिए एक कार्यशाला आयोजित की। इस कार्यशाला के दौरान बच्चों को जागरूक करने हेतु फोर्टिस अस्पताल की शिशु एवं बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. निशात ने उन्हें यह समझाया कि किस तरह से पूर्णरूपेण स्वच्छ रहकर कृमि रोग से बचा जा सकता है। यह संक्रमण मुख्य रूप से एसटीएच अर्थात पेट के परजीवी से होता है। इसमें सामान्य रूप से जो सबसे मुख्य परजीवी पाया जाता है उसे थ्रेड वर्म कहते हैं। यह संक्रमण बच्चों के शारिरिक विकास में बाधक है।
उन्होंने यह भी बताया कि कृमि मुक्तिकरण केवल बच्चों का ही नहीं किया जाता अपितु उनके अन्य भाई बहनों, माता पिता, दादा दादी तथा परिवार में साथ रहने वाले सभी सदस्यों का करना जरूरी है। सभी को कृमि मुक्त करने के पश्चात ही हम पूर्ण रूप से आश्वस्त हो सकते हैं। कार्यशाला के पश्चात छात्रों से कृमि रोग एवं उसके उपचार के बारे में प्रश्न भी पूछे गए। फोर्टिस के मार्केटिंग विभाग के शशांक शेखर जोशी ने बताया कि हमारे सामाजिक सहभागिता कार्यक्रम के तहत हम निरंतर अलग अलग शालाओं में जाकर बच्चों को संक्रमण की रोकथाम करने हेतु शिक्षित करते रहेंगे। जैन पब्लिक स्कूल प्रबंधन ने अस्पताल टीम को धन्यवाद ज्ञापित किया।