

जयपुर।राजस्थान में लंबे समय से शुष्क दिख रहा मौसम फिर बदलने वाला है। पश्चिमी विक्षोभ से प्रदेश में एक बार फिर बरसात का दौर देखने को मिलेगा। जिसका असर आठ नवंबर से शुरू हो जाएगा। इसके साथ हिमाचल प्रदेश व उतराखंड के साथ उतर भारत के पहाड़ी इलाकों में होने वाली बरसात व बर्फबारी का असर भी प्रदेश के मौसम में बदलाव लाएगा। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार तापमान में गिरावट के साथ इससे अचानक ठंड बढऩे की संभावना है। जिसके साथ प्रदेश में सर्दी की शुरुआत हो जाएगी।
ये कहती है मौसम रिपोर्ट:
इस संबंध में मौसम विज्ञान केंद्र व स्काईमेट वेदर रिपोर्ट दोनों ने भविष्यवाणी की है। स्काईमेट वेदर रिपोर्ट के अनुसर पश्चिमी हिमालय पर सक्रीय हुआ ताजा पश्चिमी विक्षोभ हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड सहित उत्तर भारत की पहाडिय़ों के अन्य हिस्सों में अपनी अवधि और तीव्रता का विस्तार करेगा। इससे इन तीनों राज्यों के ऊंचे इलाकों में बर्फबारी की गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं। इसके असर से पहाड़ों के ऊंचे और निचले इलाकों में बारिश हो सकती है। बरसात व बर्फबारी की गतिविधियां बढऩे के साथ इसकर असर राजस्थान में भी पहुंचेगा।_
राजस्थान में आठ से होगी बरसात:
स्काईमेट वेदर रिपोर्ट के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ का असर 10 नवंबर तक रहने की संभावना है। 7 नवंबर तक पहाड़ी इलाकों को प्रभावित करने के बाद यह सिस्टम 8 से 10 नवंबर के बीच आगे बढ़ेगा। इस दौरान यह पंजाब और हरियाणा के तलहटी क्षेत्रों के साथ राजस्थान के कुछ हिस्सों में तीन दिन तक बरसात करेगा। हालांकि पहाड़ी इलाकों के मुकाबले इसका असर मैदानी इलाकों में कम होगा।
बरसात के साथ बढ़ेगी ठंड:
_मौसम विभाग व स्काईमेट वेदर रिपोर्ट ने प्रदेश में 8 से 10 नवंबर तक बरसात की संभावना जाहिर की है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी के साथ प्रदेश में होने वाली हल्की बरसात से तापमान में गिरावट आएगी। जिससे राजस्थान में सर्दी का असर बढ़ेगा।
