सिंगापुर, प्रेट्र। मोदी सरकार की पांच सौ और एक हजार के नोटों की बंदी की योजना कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के गले अभी तक नहीं उतरी है। उन्होंने उसे अच्छा नहीं बताया। कहा, अगर वह प्रधानमंत्री होते तो इस तरह के किसी प्रस्ताव को कूड़े के डिब्बे (डस्टबिन) में फेंक देते। राहुल इन दिनों दक्षिण-पूर्व एशिया के देशों के दौरे पर हैं।

शुक्रवार को उन्होंने सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सीन लुंग से मुलाकात कर दोनों देशों के संबंधों पर बात की थी। शनिवार को मलेशिया पहुंचे राहुल गांधी ने राजधानी कुआलालंपुर में भारतीय समुदाय के लोगों से मुलाकात की। इनमें भारतीय मूल के उद्यमी भी शामिल थे। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि नोटबंदी की फाइल को प्रधानमंत्री के रूप में वह डस्टबिन या दरवाजे के बाहर या कबाडख़ाने में फेंक देते। इससे भारत का बहुत बड़ा नुकसान हो चुका है। प्रधानमंत्री ने बड़े नोटों को बंद करने की घोषणा आठ नवंबर, 2016 को की थी। कांग्रेस पार्टी ने प्रधानमंत्री के इस कदम की कठोर निंदा की थी। कहा था कि इससे देश मंदी के दौर में चला जाएगा। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने इसे सरकार की संगठित लूट तक कहा था।