जयपुर।राजस्थान में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में क्या क्या कांग्रेस का चेहरा बदलेगा या फिर पुराने चेहरे पर ही चुनावी मैदान में उतरा जाएगा ये अभी भी एक सवाल है. इस बीच एक बार फिर सचिन पायलट ने एक बयान ने कांग्रेस आलाकमान को चेता दिया है।सचिन पायलट ने कहा कि कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही चुनाव की तैयारियों में जुटे हैं. खुद पीएम मोदी राजस्थान में एग्रेसिव तरीके से प्रचार कर रहे हैं. ऐसे में अगर कांग्रेस को अब कार्यकर्ताओं को एक जुट करना होगा ताकि हम लड़ाई के लिए तैयार रहें।सचिन पायलट ने फिर याद दिलाया कि पिछले साल विधायक दल (CLP) की बैठक तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के निर्देश पर बुलाई गयी थी. ऐसे में बैठक नहीं होना पार्टी के निर्देश की अवहेलना थी. फिर भी उन नेताओं के खिलाफ कार्रवाई में देरी हो रही है।सचिन पायलट ने दो टूक कहा कि अगर राज्य में 5 साल में सरकार बदलने की परंपरा को फिर से बदलना है तो कांग्रेस से जुड़े मामलों पर जल्द फैसला करना होगा। पायलट ने ये भी कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी माने जाने वाले तीन नेताओं को 4 महीने पहले कारण बताओं नोटिस मिला था। लेकिन कांग्रेस की अनुशासनात्मक कार्रवाई समिति और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ही इसका सही जवाब दे सकते हैं कि मामले में फैसला लेने में देरी क्यों हो रही है।सचिन पायलट ने कहा कि हम बहुत जल्द चुनाव की तरफ बढ़ रहे हैं, बजट भी अब पेश हो चुका है. पार्टी नेतृत्व ने कई बार कहा कि फैसला होगा कि कैसे आगे बढ़ना है. राजस्थान में कांग्रेस पार्टी के बारे में जो भी फैसला करना है वो अब होना चाहिए क्योंकि इस साल के आखिर में चुनाव है.